भोपाल/सीधी (ईन्यूज़ एमपी)- देश- के अलग अलग हिस्सों सहित प्रदेश के तमाम जगहों में ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का त्यौहार जश्न के साथ मनाया जा रहा है| आपको बता दें मीठी ईद के ठीक 2 महीने बाद बकरीद आती है। ईद-उल-फित्र यानी मीठी ईद के बाद मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार बकरीद होता है। बकरीद के दिन सबसे पहले नमाज अदा की जाती है। इसके बाद बकरे या फिर अन्य जानवर की कुर्बानी दी जाती है।इस्लाम को मानने वाले लोगों के लिए बकरीद का विशेष महत्व है. इस्लामिक मान्यता के अनुसार हजरत इब्राहिम अपने बेटे हजरत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे. तब अल्लाह ने उनके नेक जज्बे को देखते हुए उनके बेटे को जीवनदान दे दिया. यह पर्व इसी की याद में मनाया जाता है. इसके बाद अल्लाह के हुक्म पर इंसानों की नहीं जानवरों की कुर्बानी देने का इस्लामिक कानून शुरू हो गया| बकरीद के मौके पर प्रदेश के सीधी सहित आसपास के क्षेत्रो में मुस्लिम समुदाय में हर्ष का माहौल है, सुरक्षा व्यबस्था के मद्देनजर प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किये है| जिले के कलेक्टर व एसपी संदिग्ध गतिविधियों पर अपनी नजर बनाये हुए हैं जिससे त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके| रीवा, सतना , शहडोल, सिंगरौली सहित अन्य जिलों से भी बकरीद के त्यौहार के शांतिपूर्वक मनाये जाने की ख़बरें आ रही हैं|