छतरपुर(ईन्यूज एमपी)- जिले के बदुआ गांव में सड़क नहीं होने के कारण गर्भवती महिला को गांव से तीन किलोमीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक पहुंचाने में ग्रामीणों को साइकिल से लेकर खटिया तक की मदद लेनी पड़ी। पहले गर्भवर्ती महिला एक किमी. पैदल चली। जब चल पाने में वह असमर्थ हो गई तो उसको साइकिल पर बैठाया गया। लेकिन, कई कीचड़ भरे रास्ते में साइकिल चलाना मुश्किल हो गया। इसके बाद परिजनों ने खटिया पर लिटाकर उसे एंबुलेंस तक ले गए। इस मवंध में मिली जानकरी के अनुसार बदुआ गांव की 20 वर्षीय गर्भवती राधा कुशवाहा को सोमवार शाम को प्रसव पीड़ा होने लगी। आशा कार्यकर्ता पार्वती ने 108 जननी एम्बुलेंस को कॉल किया। एम्बुलेंस पहुंची तो पर गांव से तीन किमी. दूर नेशनल हाइवे पर खड़ी हो गई। एंबुलेंस संचालक ने परिजनों को हाइवे पर महिला को लाने के लिए कहा। परिजनों ने मजबूर होकर पहले तो गर्भवती को एक किलोमीटर पैदल लेकर आए। रास्ता ज्यादा खराब होने और थक जाने के कारण गर्भवती को साइकिल पर बिठाकर एंबुलेंस तक ले गए। तब जाकर महिला को अस्पताल पहुंचाया जा सका।