श्योपुर(ईन्यूज एमपी)- जिला अस्पताल में दो दिन से एक युवक को जानवरों की तरह बांधकर रखा गया है। युवक को रातभर अस्पताल के पिलर से इस तरह बांधा कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाएं। सुबह होते ही उसे अस्पताल के पलंग पर उसके हाथ-पैर बांधकर भर्ती किया गया है।हालत यह है कि इस युवक ने 24 घंटे से ज्यादा समय से खाना तो दूर पानी भी नहीं पिया। बंधी हुई हालत में वह बेसुध हो चुका है।युवक को मवेशी की तरह बांधकर रखने का कारण पूछे जाने पर अस्पताल प्रबंधन और पुलिस अफसर इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। दरअसल शनिवार की दोपहर जैदा मंडी रोड पर जिपं अध्यक्ष कविता मीणा के खेतों में एक युवक घूम रहा था। बता दें कि एक महीने पहले जिपं अध्यक्ष के घर से करीब 15 लाख रुपए की चोरी हुई थी इसलिए जिपं अध्यक्ष के पति सुरेश मीणा ने खेतों में घूम रहे युवक की सूचना पुलिस को दी। पुलिस पहुंची तो यह युवक खेत से मिट्टी के डीले उठाकर फेंकने लगा। पुलिस ने जैसे-तैसे करके युवक को पकड़ लिया और कोतवाली ले आई। कोतवाली पुलिस रात में युवक को अस्पताल ले गई। रात में कहीं भर्ती करने जगह नहीं मिली तो अस्पताल के पिलर से उसके हाथों को पीछे करके बांध दिया। रातभर युवक इसी हालत में बंधा रहा। सुबह डॉक्टर आए तो वार्ड में पलंग दिया, लेकिन पलंग पर भी उसके दोनों हाथ पट्टियों से पैर रस्सी से कसकर बांध दिए। पुलिस दे रही संदेहास्पद बयान.... प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक की मानसिक हालत खराब है और इसकी पहचान बगवाड़ा गांव के गोकुल के नाम पर हुई है। वहीं पुलिस जो तर्क दे रही है वह हजम नहीं हो रहे। पुलिस का कहना है कि युवक किसी के पास आते ही उसे मारने लगता है। पत्थर फेंकने लगता है। वहीं यह युवक कई दिन से बंजारा डैम व आस-पास के क्षेत्रों में घूम रहा है। आज तक उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया।