भोपाल(ईन्यूज एमपी)- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण आहार चखने और उसका पंचनामा तैयार करने के बाद ही बच्चों को बांटने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले महीने दमोह के एक सरकारी स्कूल में मध्यान्ह भोजन खाने से 50 बच्चों के बीमार पड़ने की घटना के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने यह निर्देश जारी किए हैं। विभाग को पोषण आहार की गुणवत्ता को लेकर भी शिकायतें मिलती रही हैं। विभाग के आयुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कलेक्टरों को लिखा है कि गुणवत्ता की जांच किए बगैर बच्चों को पोषण आहार न बांटा जाए और इस संबंध में होने वाली किसी भी शिकायत को हल्के में न लिया जाए। ऐसे मामलों में एसडीएम की अध्यक्षता में गठित विकास खंड स्तरीय समिति से मामले की बारीकी से जांच कराने को कहा है। साथ ही जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सूचित करने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त ने ग्रामसभा स्वास्थ्य तदर्थ समिति के सदस्यों से पोषण आहार की नियमित जांच कराने को कहा है। जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर को भेजी जाएगी। उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने मध्यान्ह भोजन को लेकर तीन साल पहले ये गाइड लाइन जारी की थी। उसी आधार पर विभाग ने अलग से निर्देश जारी किए हैं।