भोपाल(ईन्यूज एमपी)- नोएडा के सेक्टर 24 थाना पुलिस ने चार राज्यों की पुलिस के लिए चुनौती बने लुटेरे दूल्हा तरुण शर्मा व उसकी प्रेमिका दुर्गांशु उर्फ अंशू शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपित बिना दहेज की शादी का झांसा देकर आर्थिक रूप से मजबूत परिवार की लड़कियों से शादी करता था और उसके दो चार महीने बाद लाखों रुपए लेकर फरार हो जाता था। शादी के दौरान लुटेरे दूल्हे की प्रेमिका उसकी कथित बहन बन जाती थी। आरोपित वैवाहिक साइट की मदद से यूपी, पंजाब, मध्य प्रदेश व दिल्ली में कई शादियां कर चुका है। आरोपितों के पास से अलग-अलग नाम से आधार कार्ड, कार की कई फर्जी नंबर प्लेट, एक न्यूज चैनल की स्टीकर लगी हुई चोरी की कार समेत फर्जीवाड़े में प्रयोग किए गए कागजात बरामद हुए हैं। दोनों पर 25-25 हजार का इनाम नोएडा पुलिस की तरफ से घोषित किया गया था। आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना पर लुटेरे दूल्हे की शिकार हुई एक युवती मेरठ से ग्रेटर नोएडा पहुंच गई और एसएसपी के सामने रोने लगी। एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि आरोपित तरुण मूल रूप से गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र के गांव भोपुरा का रहने वाला है। उसकी कथित बहन वैवाहिक साइट से नौकरीपेशा वाली लड़कियों को चुनती थी और फिर दूल्हा उन्हें फोन करता था। शादी करने के लिए चुनी जाने वाली लड़की को बताया जाता था कि आरोपित एक न्यूज चैनल का निदेशक है और उसका वेतन बीस लाख रुपए है। लड़की व उसके परिवार का मन जीतने के लिए आरोपित ने दस रुपए के स्टांप पेपर पर बिना दहेज के शादी करने का शपथ पत्र बनवा रखा था। यह देखकर लड़की पक्ष भरोसा कर लेता था। स्टांप पर लिखा था कि एक जोड़ी कपड़े में उसे शादी करनी है। आरोपित की कथित बहन लड़की के घर रिश्ता लेकर जाती थी और खुद को ब्रेन ट्यूमर का मरीज बताती थी और कहती थी कि उसकी आखिरी इच्छा है कि तरुण की शादी हो जाए। यह सुनकर लड़की पक्ष झांसे में आ जाते थे और एक से दो महीने में ही शादी के लिए तैयार हो जाते थे। नोएडा में एक नर्स से 40 लाख रुपए ठगने के बाद दोनों आरोपित भोपाल भाग गए थे। ठगे हुए रुपए से एमपी 24 के नाम से ऑनलाइन न्यूज पोर्टल शुरू किया। खुद को मालिक बताकर वैवाहिक साइट पर पंजीकरण किया और एक बैंक प्रबंधक युवती को अपने जाल में फंसा लिया। जनवरी 2018 में बैंक प्रबंधक से शादी कर ली। मई में लुटेरे दूल्हे की खबरें अखबार में प्रकाशित होने के बाद दोनों आरोपित वहां से लखनऊ भाग गए। बैंक प्रबंधक ने मामले की शिकायत भोपाल पुलिस से की। आरोपित लखनऊ से केरल, नागपुर, मुंबई व अलग-अलग शहरों में रहे। इसके बाद आरोपित तरुण व दुर्गांशु वाराणसी पहुंच गए। इलाहाबाद की रहने वाली एक युवती को जाल में फंसाया और ट्रांसपोर्ट कंपनी खोलने के नाम पर एक करोड़ दस लाख का चेक ले लिया। चेक बाउंस हो गया तो आरोपित वहां से भाग कर नोएडा आ गए। यहां पुलिस ने उनको दबोच लिया। 2011 में मेरठ में एक परिवार के घर से पहले भरोसा जीता और फिर उनकी बेटी की शादी में सामान खरीदवाने के नाम पर 16 लाख रुपए नकद और नौ लाख रुपए से ज्यादा का सामान लेकर दोनों भाग निकले। मेरठ से भागने के बाद दोनों चंडीगढ़ पहुंचे थे।