जबलपुर(ईन्यूज एमपी)- देशभर के वोटर अब एप के जरिए मोबाइल से अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। चुनावी कार्यों से जुड़ी शिकायत भी वोटर कर सकेंगे। इसके लिए आयोग ने सी विजर नाम का एप जारी किया है। खास बात यह है कि एप में फोटो भी भेजी जा सकती है। सॉफ्टवेयर फोटो की लोकेशन पता करेगा और अपने आप उस क्षेत्र के चुनाव अधिकारी तक वह शिकायत पहुंच जाएगी। यह जानकारी उपनिर्वाचन आयुक्त चंद्र भूषण कुमार ने संभागीय समीक्षा बैठक के दौरान चार संभागों के अफसरों को दी। इसके अलावा 20 जिलों में हुए चुनावी कार्यों की समीक्षा की। गुरुवार की दोपहर 12ः30 बजे से शाम 4ः30 बजे तक बैठक चली। इस दौरान जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग के आयुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे। ऐसे कर सकते हैं शिकायत - सी विजर एप को गूगल के प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। - सी विजर एप में फोटो दर्ज करने का ऑप्शन भी है। वहीं अपने जिले व स्थान के साथ शिकायत टाइप की जा सकती है। - उदाहरण के तौर पर यदि आचार संहिता लागू हो जाने के दौरान किसी गली-मोहल्ले या सरकारी भवन में किसी भी पार्टी के बैनर पोस्टर नजर आए तो उसकी फोटो लेकर इस एप में भेज सकते हैं। साफ्टवेयर उस फोटो की सेटेलाइट मैपिंग से जगह की जानकारी जुटा लेगा। उस क्षेत्र के ईआरओ यानी एसडीएम या अन्य अधिकारियों के मोबाइल पर शिकायत पहुंच जाएगी। वोटर को किसी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इसी तरह की अन्य समस्याओं की जानकारी भी इस एप पर भेजी जा सकती है। वीवीपैट का करें प्रचार - उप निर्वाचन आयुक्त चंद्रभूषण कुमार ने सभी जिलों व संभाग के अधिकारियों से कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले वीवीपैट मशीनों का प्रचार-प्रसार किया जाए। जिससे आम जनता को यह जानकारी मिले कि उन्हें किस तरह से वोट करना है। अब तक सभी जिलों में हुए प्रचार-प्रसार कार्यों की समीक्षा की गई। 31 अगस्त तक हटेंगे अफसर - जिले सहित प्रदेश भर में 31 अगस्त तक तीन साल एक ही जिले में बिताने वाले अधिकारियों का तबादला हो जाएगा। हालांकि उन्हीं अफसरों का तबादला होगा। जो प्रत्यक्ष रूप से चुनावी कार्यो से जुड़ेंगे। यह रिपोर्ट प्रदेश के मुख्यनिर्वाचन पदाधिकारी को सौंपना है। अभी जुड़वा सकते हैं नाम, होगा सुधार - पहले आयोग ने 21 अगस्त तक प्रारूप मतदाता सूची में दावा-आपत्ति देने का समय तय किया था। इसे बढ़ाकर अब 31 अगस्त कर दिया गया है। सूची में अपना नाम जुड़वाने या किसी तरह की गलती में सुधार कराया जा सकता है। केंद्रों पर जुटाएं सुविधाएं - चुनाव से पहले सभी तरह के केंद्रों पर वोटरों के लिए हर तरह की सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए गए। रैम्प का निर्माण करना, पेयजल, बिजली, शौचालय तैयार से लेकर केंद्रों की दूरी को कम करने के प्रयास करने कहा गया। जिससे एक ही क्षेत्र के वोटर समय रहते अपने केंद्र तक जा सकें। कोई बाहर नहीं निकल सका - कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में दोपहर 12ः30 बजे से बैठक शुरू हुई। इस दौरान किसी भी अधिकारी को बाहर जाने की परमिशन नहीं थी। भोजन के लिए भी सभी अधिकारी सभाकक्ष में ही थे और हाथ धोने के लिए भी हैंड सेनेटाइजर रखे गए। बैठक में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव के अलावा संचालक निर्वाचन आयोग विक्रम बत्रा, अनुज जयपुरियार सचिव और प्रदेश के सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव मौजूद थे।