दमोह(ईन्यूज़ एमपी)- पुलिस की चालानी कार्रवाई और थाने में वाहन खड़े करने से गुस्साए खेतिहार मजदूर शुक्रवार को उग्र हो गए। उन्होंने जबलपुर-दमोह मार्ग पर सुबह 8 बजे जाम लगा दिया। मजदूरों का पुलिस के प्रति इतना आक्रोश था कि 7 घंटे तक न तो उन्होंने किसी जनप्रतिनिधि की बात मानी न किसी अधिकारी की। इतना ही नहीं मजदूरों ने तेंदूखेडा में पदस्थ पीएसआई बृजेश पांडे को पहले पीटा और उनकी वर्दी फाड़ दी। एक महिला मजदूर ने टीआई आसाराम अहिरवार के सिर पर चप्पल मार दी। तेंदूखेड़ा से पथरिया कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हाेने आ रहे राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल एवं पूर्व उर्जा राज्य मंत्री दशरथ सिंह लोधी ने महिलाओं को समझाया, मगर उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया गया। पीएसआई पांडे के पीछे हजारों की संख्या में दौड रहे मजदूरों से बचने के लिए उन्होंने महुला नाला में कूदकर जान बचाई। वे नाले से तैरकर उस पार पहुंचे और खेतों में दौड़ते हुए दूध डेयरी में जाकर छिप गए। इसी तरह आरक्षक पवन पटेल की पिटाई कर वर्दी फाड़ दी। उन्होंने भी नदी में कूदकर अपनी जान बचाई। दूसरे गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने आरक्षक को अपनी शर्ट दी, तब कहीं पहनकर वह लौटे। इसी प्रकार आरक्षक तिलक सिंह के साथ भी मारपीट हुई है। भीड़ को समझाइश देने पहुंचीं महिला तहसीलदार से जब बात नहीं बनीं, तो एक महिला मजदूर ने टीआई अहिरवार के सिर पर चप्पल मार दी। दरअसल, एक से डेढ़ हजार मजदूर जबलपुर के कटंगी और पाटन के आसपास धान का रोपा लगाने के लिए रोजाना माल वाहकों से आ-जा रहे हैं। गुरुवार की रात 9 बजे तेंदूखेड़ा पुलिस ने मजदूरों से भरे तीन मालवाहकों को जब्त कर थाने में रखवा दिया। इस बीच मजदूर और बच्चों को थाने के बाहर कर दिया। ऐसा बताया जाता है कि महिलाएं और बच्चे रात भर बाहर बैठे रहे। मजदूरों का आरोप है कि इस बीच पुलिस ने कुछ महिलाओं के साथ अभद्रता व अपशब्दों कर मारपीट भी की थी। थाना प्रभारी तेंदूखेड़ा आसाराम अहिरवार का कहना है कि गुरुवार की शाम को दो गाड़ियों को पकड़ा गया था, जिनका चालान न्यायालय से बनाया गया था। जिसमें दस्तावेज लेकर दोनाें गाड़ियों को सवारियों को यथास्थान पर ले जाने के लिए छोड़ा गया था। वाहनों की दोबारा चेकिंग न हो, इसके लिए यह ड्रामा किया गया। कुछ ठेकेदारों के इशारे पर यह घटनाक्रम हुआ है। हमारे पांच पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। जिनमें पीएसआई बृजेश पांडे, प्रधान आरक्षक तिलक, आरक्षक योगेश, आरक्षक पवन पटेल को चोटें आई हैं। मेरे साथ भी झूमाझपटी की गई है। भीड़ ने फायदा उठाकर मारपीट की है। हम किसके खिलाफ मामला दर्ज करें।