भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जूनियर डॉक्टर की अधिकांश मांगे मान ली हैं। देर रात मुख्यमंत्री निवास पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया जूनियर डॉक्टर्स के प्रतिनिधि मंडल को लेकर पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री ने जूडा की बातों को सुना उनकी समस्यों का समाधान करने का आश्वासन दिया। लेकिन सीएम ने जूनियर डॉक्टर्स से साफ कहा कि आपकी मांगे मान ली गई हैं। अब आगे से हड़ताल नहीं होना चाहिए। अफसरों को अस्पताल की व्यवस्थाएं बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के पहले जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन और अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया के बीच लंबी बैठक हुई। जिसमें निम्न बातों पर सहमति बनी। - अस्पतालों में दवा खरीदी से लेकर हर तरह के काम में जूनियर डॉक्टर्स की सहमति जरूरी होगी। - उपकरणों की खरीदी के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा। इसमें भी जूडा के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे। - जूनियर डॉक्टर्स के स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को भी सरकार ने मान लिया है। - ग्रामीण क्षेत्र में बांड पर काम करने वाले चिकित्सकों के वेतन मेडिकल अॉफिसर के बराबर दिया जाएगा। - जब भी मेडिकल अॉफिसर का वेतन बढ़ेगा। उसके हिसाब से जूनियर डॉक्टर्स के स्टाइपेंड में भी बढ़ोतरी होगी। - सीनियर रेसीडेंट का वेतन 49 हजार से बढ़ाकर 65 हजार रुपए कर दिया गया है। - जूनियर रेसीडेंट का वेतन 36 हजार से बढ़ाकर 45 हजार कर दिया गया है। - इंट्रेन की राशि 8 से बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दी गई है।