भिंड(ईन्यूज एमपी)- राष्ट्रीय घड़ियाल सेेंक्चुरी में रेत उत्खनन दिनों दिन बढ़ रहा है। सोमवार-मंगलवार दरमियानी रात करीब 1:30 बजे अटेर घाट के पास अवैध रेत उत्खनन रोकने पहुंचे गेम रेंजर वीरेंद्र पुरोनिया और उनकी टीम पर खनन माफिया ने फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान किसी तरह से रेंजर और उनकी टीम जान बचाकर भागी। भागने के दौरान भी माफिया ने फायरिंग की। रेंजर का कहना है उन्होंने रात में ही अटेर थाना प्रभारी एसआई आशुतोष शर्मा से मदद मांगी थी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। रात में हुई फायरिंग पर पुलिस ने मंगलवार को दूसरे दिन भी केस दर्ज नहीं किया। चंबल सेंक्चुरी के गेम रेंजर वीरेंद्र पुरोनिया सोमवार रात को अपने साथ एसएएफ का बल लेकर गश्त पर निकले थे। रात में करीब 1:30 बजे अटेर घाट से चले तो महुआ घाट पर रेत उत्खनन की सूचना मिली। रेंजर पुरोनिया का कहना है वे महुआ घाट पहुंचे तो वहां पर चंबल की रेत से भरे 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े थे। टीम ने वाहन से उतरकर कार्रवाई शुरू की तो उसी समय खनन माफिया ने खेतों से निकलकर फायरिंग शुरू कर दी। श्री पुरोनिया का कहना है वे सभी साथियों की जान बचाने के लिए जल्दी से गाड़ी में सवार हुए और भागे। इस दौरान माफिया ने गाड़ी पर भी फायरिंग की। रेंजर का कहना है कि माफिया की ओर से करीब 10-12 फायर हुए हैं। गश्त के दौरान मिली थी डायल 100 रेंजर पुरोनिया का कहना है कि रात में जब वे अटेर घाट से महुआ घाट की ओर निकले तो उन्हें रास्ते में डायल 100 मिली थी। उसमें सवार पुलिसकर्मियों से भी मदद के लिए कहा था, लेकिन वे भी नहीं आए। बाद में अटेर थाना प्रभारी को मदद के लिए फोन किया था, लेकिन पुलिस की मदद नहीं मिली। फायरिंग को लेकर रेंजर ने अटेर थाने में कायमी के लिए आवेदन दिया है, लेकिन रेंजर की ओर से दिए आवेदन पर अटेर पुलिस ने मंगलवार देर रात तक कोई कार्रवाई नहीं की है।