इंदौर(ईन्यूज एमपी)- आरटीओ कार्यालय में बुधवार को तीन भाइयों को चाकू मार दिए। घटना के बाद आरोपी कार में सवार होकर भाग गए। इधर, कलेक्टर ऑफिस से लौटे आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी ने जब घायल युवकों को देखा तो अपनी कार में बैठाकर अस्पताल ले गए। आरोपित और फरियादी के बीच में विवाद चल रहा है। जानकारी के मुताबित घटना दोपहर करीब तीन बजे हुई। श्रीराम नगर निवासी तीन भाई रवि वर्मा, रंजीत और जितेंद्र आरटीओ कार्यालय में आवक-जावक शाखा में बाबू संदीप खरनाल को आपत्ति पत्र देने पहुंचे थे। उनका कहना था उनकी कार (एमपी 09 सीएच 0623) कृष्णा जमादार निवासी लोधा कॉलोनी ने अपने नाम कर ली है। खरनाल ने आवेदन में कमी निकालकर उन्हें फिर से लिखकर लाने को कहा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार्यालय के बाहर कुछ लोगों का तीनों भाइयों से विवाद हुआ और वे चाकू मारकर भाग गए। पुलिस के मुताबिक आरोपितों की शिनाख्त कृष्णा जमादार, वीरू जमादार, छोटू जमादार और विनोद परियानी के रूप में हुई है। वर्मा के परिजन के मुताबिक मंगलवार को द्वारकापुरी पुलिस रवि वर्मा के पास पहुंची थी। उसे बताया था कि आपकी कार कृष्णा जमादार की है। उसके पास रजिस्ट्रेशन कार्ड भी है। उसे कार वापस कर दें। इस पर रवि ने अपना रजिस्ट्रेशन कार्ड दिखाया था। उसने इस मामले में द्वारकापुरी थाने में शिकायत भी की थी। शिकायत करने पहुंचे थे भाई बुधवार को तीनों भाई शिकायत करने आरटीओ कार्यालय पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक जिस एजेंट ने यह कार ट्रांसफर करवाई थी, उसे रवि वर्मा ने फोन लगाया । इसकी सूचना आरोपितों को मिल गई और वे भी आरटीओ पहुंच गए। हमले में रवि और रंजीत को ज्यादा चोट आई है जबकि जितेंद्र के पैर में चोट लगी है। घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। तेजाजी नगर पुलिस के मुताबिक रवि और रंजीत शराब दुकान अहाता संचालक है।