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विदिशा : शैक्षणिक मापदण्डों की कलेक्टर अनिल सुचारी ने की समीक्षा

विदिशा(ईन्यूज एमपी)- नीति आयोग के जिन मापदण्डों पर शैक्षणिक गतिविधियां खरी नही उतरी है उनमें सुधार लाने के लिए जिले में किए गए नवाचारो की समीक्षा आज कलेक्टर अनिल सुचारी के द्वारा कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में की गई। उक्त बैठक में नीति आयोग के प्रतिनिधि अरूण गोरे, सहायक कलेक्टर विवेक कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी एचएन नेमा, डीपीसी संजय खाण्डेकर के अलावा समस्त बीईओ, बीआरसी मौजूद थे।

नीति आयोग के मापदण्डों के अनुरूप स्कूली बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार परलिक्षित हो इसके लिए जिले में किए गए नवाचारो की समीक्षा की गई।
बैठक में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सेवानिवृत्त शिक्षकों, ऐसे युवाजन जो मिडिल स्कूल के बच्चों को सुगमता से गांव में ही पढ़ा सकते है उन सबके अलावा एनसीसी, एनएसएस, जन अभियान परिषद और नेहरू युवा केन्द्रों के युवाओं को भी अध्यापन कार्य हेतु प्रेरकों के रूप में शामिल किया गया है।
नीति आयोग की पीटीआर के मापदण्ड अनुसार जिले की प्रायमरी एवं मिडिल स्कूलों में छात्रों की दर्ज संख्या अनुपातिक शिक्षकों की संख्या पर भी समीक्षा की गई। इस दौरान राष्ट्रीय, राज्य औसतन से कम जिले की कुछ शैक्षणिक संस्थाओं में शिक्षकों की कमियों को दूर करने हेतु विशेष प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।
शैक्षणिक संस्थाओं में विद्यार्थियों के लिए मुहैया कराई जाने वाली बुनियादी सुविधाएं जैसे पेयजल, शौचालय के प्रबंध शत प्रतिशत हो के लिए क्रियान्वित किए गए कार्यो की भी समीक्षा की गई है।
कलेक्टर श्री सुचारी ने समस्त बीईओ, बीआरसी को निर्देश दिए कि शाला कंटेजेंसी राशि से छोटे मरम्मत कार्य जैसे दरवाजो में चटखनी लगाना, दरवाजो की मरम्मत, पेयजल आपूर्ति हेतु मटके रखवाना के अलावा बिजली आपूर्ति के कार्यो की समीक्षा की गई है।
पैरामीटर के अनुसार लटेरी तहसील में 15 से 16 किलोमीटर के रेडियस में हाई स्कूल नही होने के कारण उक्त क्षेत्रों के बच्चे शिक्षा से वंचित ना हो इसके लिए चिन्हित क्षेत्रों में वाहन सुविधा मुहैया कराई जाएगी इसके लिए नौ रूट निर्धारित किए गए है। वाहन की सुविधा जिला परिवहन कार्यालय के माध्यम से मुहैया कराई जाएगी।
इसी प्रकार गणित और भाषा जैसे विषयों में विद्यार्थी निपुण हो इसके लिए हर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में संबंधित विषय के शिक्षक की नियुक्ति करने पर सहमति व्यक्त की गई है।
कलेक्टरने शैक्षणिक संवाद कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विकासखण्डों में चयनित प्रेरकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कार्यक्रम का निर्धारण करने के निर्देश दिए है। इसी प्रकार उन्होंने जिले के सभी विकासखण्डों में झूला पट्टी लगाए जाने के लिए किए जा रहे कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नई रोशनी एक पहल की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि जागृत हो इसके लिए स्थानीय स्तर पर प्रेरकों के माध्यम से स्कूलों, गांव में अध्यापन कार्य कराए जाएंगे।

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