बैतूल (ईन्यूज एमपी)- सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेंदूपत्ता संग्राहकों एवं असंगठित श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शासन आज हर व्यक्ति के साथ जन्म से पहले एवं अंतिम समय तक उसकी मदद करने के लिए साथ में खड़ी है। उन्होंने इस अवसर पर तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका पहनाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब वर्ग के लिए जो योजनाएं बनाई गई है, वह ऐसी योजना है जो स्वयं प्रधानमंत्री के दिल के करीब है। जो सबसे गरीब है, उनकी सेवा करना भगवान की सेवा करने के समान है। लोग नारे लगाते रहे कि गरीबी हटाओ, लेकिन गरीबी नहीं हटी। मध्यप्रदेश शासन ने गरीबों के कल्याण के लिए अलग रास्ता निकाला है। हमने गरीबों को एक रूपए किलो चावल, गेहूं एवं नमक देने का फैसला किया और उन्हें यह सामग्री दे भी रहे हैं। प्रदेश में जितने भी गरीब हैं, वह जमीन के बिना नहीं रहेंगे, सभी पात्र गरीबों को जमीन का मालिक बनाया जाएगा तथा उसी जमीन पर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का आवास बनाकर दिया जाएगा। वर्ष 2022 तक सभी आवासहीनों को आवास बनाकर दे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो असंगठित श्रमिक अपना पंजीयन करा चुके हैं, उन्हें अनेक योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। श्रमिकों के बच्चों की कक्षा पहली से लेकर कॉलेज तक की फीस शासन भरेगी। फीस के अभाव में बच्चों के सपनों को मरने नहीं दिया जाएगा। कोई भी बच्चा फीस के अभाव में पढ़ाई से वंचित नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्भवती श्रमिक महिला को चार हजार रूपए की राशि दी जाएगी एवं प्रसव के पश्चात् महिला को 12 हजार रूपए की राशि दी जाएगी, ताकि वह पौष्टिक भोजन कर सके। मुख्यमंत्री ने बैतूल में कार्यरत महिला स्व सहायता समूह के कार्यों की सराहना की और बताया कि स्व सहायता समूह में 12 हजार महिलाएं कार्यरत हैं। समूह का टर्नओवर सालाना 240 करोड़ रूपए है। हाल ही में महिला समूह ने कीरतपुर में मुर्गीदाना का कारखाना 20 करोड़ की लागत से बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने फैसला किया है कि महिला समूहों के लोन का 3 प्रतिशत् शासन भरेगी, ताकि महिला समूह एक आंदोलन के रूप में आगे आ सके। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को फ्लेट रेट पर 200 रूपए प्रतिमाह बिजली बिल देना होगा। श्रमिकों का इलाज शासकीय एवं प्राइवेट अस्पताल में नि:शुल्क किया जाएगा। यदि किसी श्रमिक की मृत्यु 60 वर्ष की आयु से पहले हो जाती है तो उसके परिजनों को 2 लाख रूपए एवं यदि श्रमिक की मृत्यु दुर्घटना में हो जाती है तो उसके परिजनों को 4 लाख रूपए की राशि दी जाएगी। इसके अलावा अंत्येष्टि पर 5 हजार रूपए की राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया मप्र शासन ने तेंदूपत्ता तुड़वाई 1200 रूपए से बढ़ाकर 2000 रूपए कर दी है। उन्होंने बैतूल एवं हरदा जिले के सभी विधायकगणों को निर्देश दिए कि वे श्रमिकों के लिए बनाई गई योजना की निगरानी करें। मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 जून को किसानों को गेहूं की प्रोत्साहन राशि 265 रूपए दी जाएगी एवं 13 जून को प्रदेश के 313 ब्लाक मुख्यालयों पर श्रमिकों के हित में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और श्रमिकों को इस दिन लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने हरदा एवं बैतूल कलेक्टर से आवश्यक तैयारी करने को कहा। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा कि वे अपने गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाएं। बेटी को पढ़ाएं। इस अवसर पर उन्होंने सभी को संकल्प भी दिलाया और घोषणा की कि सारनी पावर प्लांट बनेगा। बैतूल विधायक हेमन्त खण्डेलवाल ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद् देते हुए कहा कि उन्होंने आमला, मुलताई, भैंसदेही मार्ग की मांग स्वीकृत की और इसके लिए 132 करोड़ रूपए की राशि मंजूर की। इसके अलावा बैतूल-इंदौर फोरलेन का सर्वे भी प्रारंभ कराया गया। जिले में पारसडोह बांध के निर्माण के लिए 500 करोड़ रूपए की राशि एवं 70 अन्य सिंचाईं योजनाएं स्वीकृत की गई। समेकित स्कूल की शुरुआत बैतूल में की गई। शासन ने पांच करोड़ रूपए पेयजल हेतु दिए। कलेक्टर शशांक मिश्र ने स्वागत भाषण दिया एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।