गुना (ईन्यूज एमपी)-कहते हैं कि मन में अगर लगन और कुछ करने की तमन्ना हो, तो बड़ी से बड़ी कामयाबी आपके कदम चूमेगी। कुछ ऐसा ही गुना शहर के रहने वाले अतुल अरोरा के साथ हुआ। एम.कॉम. करने के बाद अतुल ने एक बीमा कम्पनी में नौकरी कर ली। मगर उनका मन उद्योगपति बनने का था। लिहाजा उन्होंने पकी नौकरी छोड़ दी। अतुल के इस सपने को हकीकत में उतारा जिला उद्योग केन्द्र ने अतुल के बेकरी उद्योग अरोरा फूड इंडस्ट्रीज को मदद उपलब्ध कराकर। जिला उद्योग केन्द्र ने अतुल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ना सिर्फ उद्योग स्थापित करने हेतु औद्यौगिक क्षेत्र कुसमौदा में जमीन उपलब्ध कराई, बल्कि 80 लाख रूपये का ऋण दिलवाया, जिसमें 12 लाख रूपये की मार्जिन मनी भी सम्मिलित है। बेकरी उद्योग में इस होनहार युवा उद्यमी ने अल्प समय में कामयाब होकर जहां उद्योग स्थापना के इच्छुक अन्य बेरोजगार युवाओं के सामने मिसाल पेश की है, वहीं उन लोगों की बातों कि उद्योग स्थापना में जोखिम अधिक है, को भी ध्वस्त कर दिया है। अतुल ने बेकरी उद्योग को पूरी तरह समेट लिया है और उनके बेकरी उत्पाद मानो पारस का काम कर रहे हैं। उन्होंने बेकरी उत्पादों का जो थोक और फुटकर व्यवसाय शुरू किया, तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके यहां बने ब्रेड, टोस्ट, पेटीज, क्रीमरोल, बिस्कुट आदि अच्छी किस्म, सस्ते और बढ़िया स्वाद के होते हैं, जिसकी उपभोक्ताओं में खासी मांग है। आज उनके बेकरी उत्पाद गुना जिला समेत शिवपुरी, अशोकनगर जिले तक में जा रहे हैं। व्यापारी उनकी फैक्ट्री से ही माल उठाकर ले जाते हैं और वे हमेशा मोबाइल से व्यापारियों के संपर्क में बने रहते हैं। वे अपनी बेकरी में रोजाना 40 लोगों को काम दे रहे हैं। इस व्यवसाय से उन्हें हर माह अच्छी खासी आमदनी हो जाती है। भविष्य में अतुल की इस बेकरी इकाई के बड़े कारोबार के रूप में तब्दील हो जाने की संभावना है। अतुल अरोरा बताते हैं, इस बेकरी उद्योग से जीवन में स्थायित्व आया है और भविष्य की चिन्ता नहीं रही अतुल अपनी कामयाबी का श्रेय सरकार को भी देते हैं, जिसकी मदद के लिए वे कृतज्ञता व्यक्त करना नहीं भूलते। महाप्रबंधक उद्योग श्री एस.एन. मनोटे कहते हैं, सरकार गुना के नौजवानों को उद्योग में स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। अतुल आज उन लोगों के लिए मिसाल बन गए हैं, जो बगैर नौकरी के भी अपना कॅरियर बना सकते हैं।