भोपाल। जनसंपर्क व जलसंसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की इस बात से इत्तेफाक रखता हूं कि शिवराज सिंह चौहान को कोई नहीं उखाड़ सकता, क्योंकि जिस तरह सीएम परिश्रम करते हैं, जनता की सेवा करते हैं और दिल जीतते हैं, वो ट्वीटर-फेसबुक वाले नहीं जीत सकते। उन्होंने कहा कि कमलनाथ बुजुर्ग हैं। मैं उनका सम्मान करता हूं। उनकी किसी बात पर टिप्पणी नहीं करूंगा। फेसबुक पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए मिश्रा ने कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है जो युवाओं को काफी अवसर देती है। मप्र में एंटी इनकम्बेंसी जैसी कोई चीज नहीं। कांग्रेस की सोशल मीडिया पर बढ़ती सक्रियता पर कटाक्ष करते हुए मंत्री बोले कि लोग फील्ड में परिश्रम करने की बजाय टीवी, व्हॉटसऐप, फेसबुक और ट्वीटर पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। मुख्यमंत्री चौहान 45 और 47 डिग्री तापमान में भी 5-5, 6-6 सभाएं करते हैं। उधर, कैबिनेट ब्रीफिंग के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बोले कि सोशल मीडिया पर वायरल रामायण के पात्रों के रूप में नेताओं को दर्शाने वाला वीडियो मैंने नहीं देखा है। वीडियो में शिवराज को अंगद बताया है और कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी को उनके पैर उखाड़ने की नाकाम कोशिश करते हुए दिखाया गया है। वहीं एक सवाल के जवाब में डॉ.मिश्रा ने कहा कि भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं है। हम वही कर रहे हैं जो जनता की बेहतरी के लिए हो। असंगठित श्रमिकों के कल्याण की योजना देश की अनूठी योजना है। कांग्रेस ने की सायबर सेल में शिकायत मप्र कांग्रेस कमेटी ने सोशल मीडिया पर अंगद का पैर नाम से वायरल वीडियो को लेकर सायबर पुलिस में शिकायत की है। इसमें कांग्रेस ने धार्मिक भावनाओं के खिलवाड़ किए जाने और रामायण का अपमान करने का आरोप लगाया है। कूटरचित वीडियो को लेकर कांग्रेस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। उधर, सायबर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन राजीव सिंह, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मानक अग्रवाल और प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने सायबर थाने में शिकायत की है। इसमें आरोप लगाया है कि वीडियो भाजपा के आईटी सेल प्रमुख शिवराज सिंह डाबी ने सात मई की शाम सात बजे जारी किया है। कांग्रेस ने इसे अपने नेताओं का अपमान बताते हुए आरोप लगाया कि वायरल वीडियो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह और मुख्यमंत्री की अनुमति और उनके इशारे पर जारी किया है जो धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने प्रयास है।