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Home मध्य प्रदेश उपयंत्री को पहले सस्पेंड किया फिर बहाल, विरोध होने पर दोबारा निलंबित.....

उपयंत्री को पहले सस्पेंड किया फिर बहाल, विरोध होने पर दोबारा निलंबित.....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) में यौन उत्पीड़न के आरोपी एक उपयंत्री को शिकायत के बाद निलंबित तो कर दिया गया, लेकिन राजनीतिक दबाव आने पर अफसरों ने चंद दिनों में बहाल भी कर दिया। यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे उपयंत्री की बहाली की खबर जैसे ही महिला कर्मचारियों को लगी तो उन्होंने विरोध किया, जिसके बाद मार्कफेड के सचिव पीके सिद्धार्थ ने उपयंत्री को दोबारा निलंबित कर दिया। अब पीड़ित महिला पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक मार्कफेड में तैनात उपयंत्री प्रवीण माथुर के खिलाफ एक महिला कर्मचारी ने अश्लील व्यवहार किए जाने की शिकायत प्रबंध संचालक से की थी। अप्रैल के इस घटनाक्रम के बाद उपयंत्री को निलंबित कर जबलपुर कार्यालय में अटैच कर दिया गया था। इस बीच मार्कफेड की ही स्थापना शाखा में तैनात एक अधिकारी की मिलीभगत से उपयंत्री को बहाल कर दिया गया। बहाली आदेश जारी होने तक आरोपी के खिलाफ महिला यौन उत्पीड़न समिति की रिपोर्ट नहीं आई थी।

इसके बावजूद सेवानिवृत्ति के बाद से संविदा पर काम कर रही एक महिला अफसर ने ही सचिव पीके सिद्धार्थ के हवाले से उसकी बहाली करवा दी। इसकी खबर जैसे ही महिला कर्मचारियों को लगी तो उन्होंने एमडी ज्ञानेश्वर पाटिल से जाकर मुलाकात की और उसे फिर सस्पेंड किए जाने की मांग की। एमडी के आदेश पर उसी दिन उपयंत्री को दोबारा निलंबित कर दिया गया।


महिला यौन उत्पीड़न समिति की जांच में कई महिला कर्मचारियों ने उक्त उपयंत्री के अश्लील व्यवहार की पुष्टि की है। जांच में पाया गया कि पहले भी इस तरह के व्यवहार पर महिला ने अन्यत्र शाखा में अपना तबादला करवा लिया था। हालांकि रसूख के दम पर स्थापना शाखा से मिलकर उसे दोबारा अपने यहां पदस्थ करवा लिया गया।


सूत्रों के मुताबिक स्थापना शाखा के अफसरों के साथ मिलकर पीड़ित महिला पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। महिला को लिखित माफीनामा देकर समझौते के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं।

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