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कार रेस में गई एनआरआई युवक की जान .....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- सहज भाव में लगाई रेस की शर्त उसकी मौत का कारण बन गई। गाड़ी की रेस में वह जिंदगी की रेस हार गया। उसे सोमवार रात में मुंबई से दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़ान भरना थी, सुबह उसे मौत के सफर पर साथ ले गई।

जीवन और मौत के बीच चंद पलों के फासले की यह दांस्ता एक 32 वर्षीय एनआरआई युवक की है। जो राजधानी के वीआईपी रोड पर लेकव्यू प्वाइंट के पास हुए हादसे का शिकार हो गया। इस घटना में उसके तीन अन्य साथियों को गाड़ी पलटने के बाद खरोंच भी नहीं आई और गाड़ी चला रहे युवक की मौत ने एक दर्दनाक वाकये का रूप ले लिया।

वाकये की शुरूआत कामला पार्क स्थित चाय की गुमठी से होती है। राजधानी के टीटी नगर स्थित न्यू प्रियदर्शनी नगर नर्मदा भवन निवासी 32 वर्षीय सचिन हिवाले स्कार्पियो से सोमवार सुबह करीब 5 बजे चाय की गुमठी पर पहुंचता है। उसके साथ उसका साला बब्बन माथुर, दोस्त नीतेश अग्रवाल और नीतेश के जीजा केके अग्रवाल थे। गुमठी पर चमचमाती जीप भी खड़ी थी, जिसे देखकर सचिन ने सहज भाव में ही जीप चालक से पूछा आपकी जीप सिर्फ दिखती अच्छी है या फिर सड़क पर भागती भी है।

इस पर दोनों में शर्त लग गई कि जो रेस में जीतेगा, वह हारने वाले की गाड़ी ले लेगा। थोड़ी ही देर बाद रेस शुरू हो गई। जीप चालक तो तेज रफ्तार के साथ जीप लेकर निकल गया, लेकिन सचिन कुछ दूर जाकर ही गाड़ी पर नियंत्रण खो बैठा और लेक व्यू प्वाइंट के पास गाड़ी डिवाइडर से टकराकर हवा में उछलकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

गाड़ी में सचिन के साथ आगे नीतेश और पीछे बब्बन व केके बैठे थे। गाड़ी पलटने के बाद उक्त तीनों तो गाड़ी से बाहर निकल आए लेकिन सचिन गंभीर रूप से घायल अवस्था में गाड़ी के अंदर ही फंसा रहा। बाद में पुलिस और राहगीरों की मदद से सचिन को तत्काल हमीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह पूरा घटनाक्रम महज घंटे भर का था, जिसमें सचिन अपनी जिंदगी खो चुका था।

लॉंग ड्राइव पर निकले थे चारों

सचिन रविवार की रात अपने दोस्त नीतेश के भांजे आयुष के जन्मदिन की पार्टी में गया था। पार्टी रायसेन रोड स्थित एक ढाबे में थी। रात करीब 11 बजे तक पार्टी में रहने के बाद सचिन, नीतेश, बब्बन व केके लॉंग ड्राइव पर निकल गए थे। नीतेश ने बताया सुबह करीब पांच बजे वे लोग कमला पार्क स्थित चाय की गुमठी पर पहुंचे थे। जहां पर पहले से तीन लोग खड़े हुए थे। उनके पास एक नई जीप थी। देखने में जीप आकर्षक लग रही थी, इस पर सचिन ने उसके चालक से रेस की शर्त लगा ली और ये घटना हो गई।

मौत दोबारा खींचकर ले गई

सचिन के साथ ड्राइव पर निकले केके अग्रवाल ने बताया कि एक बार वे लोग वीआईपी रोड से होकर निकल गए थे। वापसी में कमला पार्क पर चाय पीने रुके थे, उसी दौरान शर्त लगाने के बाद वीआईपी रोड पर दोबारा आए और यह हादसा हो गया। अग्रवाल के मुताबिक सचिन को सोमवार रात को राजा भोज एयरपोर्ट से 9 बजे रात मुंबई के लिए फ्लाइट पकड़नी थी। जहां से उसे घाना (दक्षिण अफ्रीका) जाना था। सचिन घाना में एक टूर एंड ट्रैवल्स में नौकरी करता था। वह ईदगाह हिल्स स्थित कैम्ब्रिज स्कूल का छात्र रहा था। घाना से नवंबर 2017 में वह भोपाल आया था।

तीन भाईयों में मंझला था सचिन

मृतक सचिन अपने तीन भाई में दूसरे नंबर का था। उसका बड़ा भाई राहुल एनीमेशन का काम करता है। जबकि उसका छोटा भाई आशीष साउथ अफ्रीका में उसके साथ ट्रैवल्स एंड टूर में काम करता है। उसके पिता लक्ष्मण हिवाले रिटायर्ड ऑडिटर रजिस्टर्ड फर्म एंड सोसायटी हैं। सचिन की इकलौती बहन पुणे में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती है। मां पुष्पा गृहिणी है।

उन्हें सोमवार सुबह हादसे की सूचना श्रीकांत ने दी थी। इसके बाद मां हमीदिया अस्पताल में जाकर बैठ गई थी। उनके रिश्तेदारों ने लाख समझाया लेकिन वह अपने बेटे का चेहरा आखिरी बार देखना चाह रही थी। सचिन की शादी गुना की नेहा माथुर से हुई थी। नेहा गुना में अपने घर थी, जहां उसे हादसे की जानकारी दी गई।

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