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Home मध्य प्रदेश 'दवा' से ज्यादा असर दिखाती है ईश्वर की 'दया' : अंकितकृष्ण

'दवा' से ज्यादा असर दिखाती है ईश्वर की 'दया' : अंकितकृष्ण

विदिशा(ईन्यूज एमपी)- अटारी खेड़ा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा अमृत वर्षा के छटवे दिन गौवत्स पंडित अंकितकृष्ण जी महाराज ने कहा कि देह में यदि कोई बीमारी हो तो उसका इलाज डॉक्टर के पास है लेकिन मन की दवा तो केवल ईश्वर के पास है बीमारी होने पर हम होम्योपैथी या एलोपैथी डॉक्टर से अलग-अलग इलाज कराते हैं लेकिन मन में कोई पीड़ा हो तो प्रभु की शरण में जाने से रुक जाते हैं सनातन धर्म में ऐसी कथाओं में ज्ञान गंगा बहती है ऐसे में समय निकालकर भक्ति भाव में मन लगाओ हो सकता है कथा सुनते समय हमारे मन की कोई बात निकल कर बाहर आ जाए और मन को हल्का कर दे ।

बटुकजी ने कहा कि आज हम संसार की खाई में उलझे हुए हैं एक इधर तो दूसरा उधर खींचता है तैराक कितना भी अच्छा हो जल में मछली को नहीं पकड़ पाता। उसी तरह माया के संसार में फंसकर भक्ति भाव हमसे दूर हो जाते हैं हो भवसागर से पार उतरना है तो नित्य कर्म से समय निकालकर भक्ति की नौका में सवार हो जाओ क्योंकि ऐसे स्थान पर आकर हम भय से अभय हो जाते हैं । यहां दवा की जगह प्रभु की दया दृष्टि बरसती है फिर भी कोई अड़चन आए तो समझ लेना मेरे जीवन की डोर प्रभु के हाथ में नहीं है । मन में उसे निरंतर भजते रहो बाधाएं अवश्य जाएंगी। बटुकजी महाराज ने गोपियों का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि दर्शन करने से इच्छा पूरी होती है । जबकि कथा सुनने से सारी इच्छाएं समाप्त हो जाती हैं । हमारे मन में केवल हरि इच्छा शेष रह जाती है। हरि हमें खजाने की चाबी देता है ।

उन्होंने कहा कि जिनके पास कुछ ना हो केवल कथा श्रवण पास में हो। साधारण भोजन करके भी कथा सुन लो। बटुकजी ने कहा कि सामाजिक बुराइयों से कलयुग की उम्र बढ़ती है संस्कृति की रक्षा की पहल करें ।तीन बातों पर अमल करें पहला आज देश में दर-दर की ठोकर खा रही है गाय। दूसरा धक्के खा रही बेटी ।और तीसरा दर दर धूल खा रहे ग्रंथ। ईश्वर ने हमें अतिरिक्त धन दिया है वह अलमारी और बैंकों में जमा है। दूसरी तरफ रोज गाय कट रही है ।बेटियों की उम्र बढ़ रही है। पिता के घर में जवान बेटियां बैठी है समय पर बेटी का संबंध करने की चिंता करो ।भागवत ग्रंथ ब्राह्मणों के घर कपड़ों में बंधा धूल खा रहा है ।यह ग्रंथ हंस है जो सुनने वालों को ज्ञान के पंख लगा देता है ।कथा में बटुकजी ने गोपीगीत प्रसंग,कंसवध, उद्धव चरित्र, रुक्मणी-द्वारकाधीश प्रभु का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया गया। इस दौरान ग्यारसपुर जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश कटारे ,अटारी खेड़ा के सरपंच बलराम दांगी ,पटवारी मनीष दांगी ,जनपद सदस्य नीलम रघुवंशी ,कथा के मुख्य यजमान मीणा-रामबाबू राजपूत, संयोजक पंडित महेश शर्मा, भगवान सिंह राजपूत, महेंद्र रघुवंशी, रंजीत रघुवंशी, शैलेंद्र रघुवंशी, राहुल राय, भगवान सिंह कुशवाह, नीलेश यादव, राजकुमार राजपूत,शुभम सोनी, आशीष कुशवाह, धर्मेंद्र सोनी, शुभम महाराज आदि उपस्थित रहे । कथा में रविवार को विशाल नगर भंडारा एवं कथा की पूर्णाहुति होगी। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं से उपस्थित होने की अपील की...!

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