भोपाल(ईन्यूज एमपी)-राज्यमंत्री का दर्जा लेने के बाद यात्रा पर निकले कम्प्यूटर बाबा को अब विधानसभा चुनाव में टिकट चाहिए। उनका मानना है कि संतों के मन में भी रहता है कि वे कुछ करें। अपनी बात पहुंचाने के लिए कब तक किसी के पीछे घूमेंगे। संत समुदाय थक चुका है, ऐसा करके। हमारे बीच में से ही कोई सरकार में जाए तो संतों की बात सुनी जाएगी। विधानसभा में वे अपनी बात रख सकेंगे। राज्यमंत्री का दर्जा लेने के बाद मंडला पहुंचे कंप्यूटर बाबा ने रविवार को मीडिया से यह बात कही। यहां मंडला समेत सिवनी, डिंडौरी और बालाघाट के संत मौजूद थे, जिन्होंने संतों को विधानसभा का टिकट देने की मांग उठाई। मैं सीएम से बात करूंगा बाबा ने कहा कि संत समाज ने मुझसे टिकट के बारे में मुख्यमंत्री से बात करने के लिए कहा। यहां खड़ेश्वरी बाबा एक संत हैं, उन्हें केवलारी (सिवनी) से टिकट मिलता है तो अच्छा होगा। मैं इस बारे में मुख्यमंत्री से बात करूंगा। 28 मार्च को राज्य मंत्री का दर्जा देने का फैसला लिया गया था बता दें कि पिछले साल 2 जुलाई को 6.67 करोड़ पौधे लगाने के दावे को महाघोटाला करार देकर नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने का एलान करने वाले पांच बाबाओं को सरकार ने राज्यमंत्री के दर्जे से नवाजा है। इन्हीं बाबाओं के नेतृत्व में 28 मार्च को संत समाज के साथ बैठक में फैसला लिया गया था कि प्रदेश के 45 जिलों में 6.5 करोड़ पौधों की गिनती कराई जाएगी। पांच दर्जा प्राप्त बाबाओं में शामिल हैं कम्प्यूटर बाबा - सरकार ने नर्मदा किनारे के क्षेत्रों में पौधरोपण, जलसंरक्षण, विषयों पर जनजागरुकता का अभियान चलाने के लिए विशेष समिति गठित की है। समिति सदस्य नर्मदानंदजी, हरिहरानंदजी, कंप्यूटर बाबा, भय्यू महाराज और पं. योगेंद्र महंत को राज्यमंत्री स्तर का दर्जा दिया गया है।