सतना(ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश के सरहदी इलाकों में अरसे से बंदूक का राज कायम रखने में कामयाब साढ़े 05 लाख का इनामी दस्यु सरगना बबुली कोल पूर्ण स्वास्थ्य चित्त ऐशो आराम की जिंदगी बिता रहा है, औरम.प्र.-उ.प्र. पुलिस अपने शार्प शूटरो के स्पेशल दस्ते के साथ बबुली को ढेर करने जंगलों की खाक छान रही है,देखिये बबुली बंदूक में गोली भरते हुए फिल्मी हीरो की तरह पोज बनवाकर वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया है,बबुली ने अपना वीडियो वायरल करके दोनों प्रदेशों की पुलिस को खुली चुनौती दी है, एमपी-यूपी पुलिस बबुली की इस चुनौतीपूर्ण हिमाकत को किस तरह से लेती है देखना दिलचष्प होगा, लीजियेआप भी देखिये बबुली कोल का यह वीडियो....! अरसे से तराई में आतंक का पर्याय रहे दस्यु सरगना बबली कोल निडर बेपरवाह होकर एशो आराम की जिंदगी जी रहा है, डकैत बबुली के वायरल वीडियो से तो यही लगता है, मप्र.-उप्र. पुलिस ने बबुली के ऊपर साढ़े 05 का लाख का ईनाम घोषित कर रखा है, बबुली और गैंग के एक दर्जन खूंखार डकैत आधुनिक हथियारों से लैस बताये जाते है, दो प्रदेशो का सीमावर्ती सरहदी इलाका हमेशा से डकैतो की सुरक्षित पनाहगाह रहा है, डकैत बबुली कोल ने भी इसी इलाके को अपना ठिकाना बना रखा है, बबुली के ऊपर मप्र.उप्र. के विभिन्न थानों में दर्जनों संगीन मामले दर्ज है, बबुली बात कम और गोली ज्यादा चलाने में मशहूर है,आठ माह पहलेमप्र. की सीमा से सटे उप्र. के निरीह के जंगल मेंउप्र. पुलिस मुठभेेेड़ में बबुली ने दो थाना प्रभारियों को गोली मार दी थी, जिसमें रैपुरा थाना प्रभारी जेपी सिंह शहीद हो गए थे,वारदात से यूपी. सरकार हिल गयी थी, राजधानी लखनऊ पुलिस मुख्यालय से आला पुलिस अफसर भी सकते में आ गये थे, तब से यूपी. पुलिस बबली के खात्मे की रणनीति पर काम कर रही हैं, अपने साथी पुलिस की मौत का बदला लेने की कसम खा चुकीउत्तरप्रदेश पुलिस डकैत बबली कोल को जंगल जंगल बड़ी शिद्दत से तलाश कर रही है, बबुली भी रणनीति बनाने में माहिर है,बबुली म.प्र. में बहुत कम अपराध करता है,यूपी. में वारदात अंजाम देकर म.प्र. की धरती में पनाह लेता है, बड़े ठेकेदारों से रंगदारी वसूलना, सरपंचों और प्रधानों से पैसे वसूलना, चुनावो में प्रत्याशियों से मोटी रकम के बदले चुनाव जिताने का ठेका लेना, सुपारी लेकर काम तमाम करनाडकैत बबुली की आय के मुख्य स्रोत है,यूपी. पुलिस की कसावट के चलते गैंग सहित बबुली के मप्र. में पनाह लेने की खबरें आ रही है, दावा किया जा रहा है कि सोशल मीडिया में बबुली की वायरल तस्वीरें मप्र. स्थित पनाह स्थल की है, यूपी पुलिस बदला लेने जंगल जंगल बबुली को तलाश रही है, वही बबुली मप्र की सीमा में अपने सजातीय बाहुल्य गांव में आराम फरमा रहा है, और एमपी पुलिस बेफिक्र है, एमपी यूपी पुुुलिस इस संवेदनशील मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, दोनों प्रदेशों के आला पुलिस अफसरों ने पूर्व में बॉर्डर मीटिंग कर डकैत बबली कोल के सफाये हेतु साझा रणनीति बनाई थी । आठ माह पहले उत्तरप्रदेश के मानिकपुर थानाक्षेत्र के निरीह के जंगलों में पुलिस और बबली कोल गैंग के बीच हुई मुठभेड़ में रैपुरा थाना प्रभारी जेपी सिंह डकैत बबुली कोल की गोली से शहीद हो गए थे, जिससे उत्तरप्रदेश का पुलिस मुख्यालय हिल गया था, आनन फानन में स्पेशल टास्क फोर्स बनाई गई और जंगल में उतारा गया लेकिन आठ महीने बाद की नतीजा सिफर ही रहा, डकैत बबली कोल ऐशो-आराम की जिंदगी बसर करता हुआ दिख रहा है । दो प्रदेशो का यहसरहदी इलाका कई नामी गिरामी डकैतो की पनाहगाह रहा है, लेकिन कभी किसी डकैतने अपनी फोटो वीडियो या मीडिया इंटरव्यू कर पहचान उजागर नहीं की, डकैतो के इतिहास में यह पहला अवसर है कि किसी डकैत ने अपना वीडियो बनवाकर खुद सार्वजनिक किया है, डकैत बबुली कोल का यह वायरल वीडियो निश्चित तौर पर दोनों प्रदेशों की पुलिस के लिए खुली चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है ।