ग्वालियर(ईन्यूज एमपी)- उत्तर मध्य रेलवे ने रनिंग स्टाफ में लोको पायलट एवं सहायक पायलटों की कार्यस्थल पर संतुष्टी का आकलन करने के लिए रनिंग रूम की रेटिंग करने का निर्णय लिया है। इसके लिए रेलवे ने ग्रास हैप्पीनेस इंडेक्स योजना शुरू की है। इसका उद्देश्य रनिंग रूम की सुविधाओं को और बेहतर बनाना है। क्योंकि यदि रनिंग रूम में लोको पायलट एवं सहायक पायलट को पर्याप्त आराम एवं सुविधाएं मिलेंगी तो वह एकाग्रता और सतर्कता के साथ अपना काम कर सकेंगे, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इस अनूठे प्रोजेक्ट की शुरूआत झांसी, आगरा और इलाहबाद रेल मंडल से होने जा रही है। इसमें रेल चालक, सहायक चालकों को रनिंग रूम में दी जा रही सुविधाओं और उनकी संतुष्टी को परखा जाएगा। ऐसा रनिंग स्टाफ की कार्यकुशलता एवं लिविंग स्टैंडर्ड बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। पायलट को निर्धारित कार्य अवधि के बाद आराम करने के लिए समय दिया जाता है। ऐसे में रनिंग रूम की व्यवस्थाएं दुरूस्त नहीं होने पर उनकी एकाग्रता और सतर्कता में चूक होने पर दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए रनिंग रूमों की स्थिति और उनमें प्रदान की जाने वाली सुविधाएं काफी महत्वपूर्ण होती हैं। ग्रास हैप्पीनेस इंडेक्स की अवधारणा को रनिंग रूम में उपलब्ध सुविधाओं और सेवाओं के संबंध में रनिंग स्टाफ की संतुष्टी के लिए लागू किया जा रहा है।