भोपाल(ईन्यूज एमपी)-जल संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने बताया है कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश में 2 लाख 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित की जाएगी। बीना परियोजना का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। इससे बुंदेलखण्ड अंचल में 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। डॉ. मिश्र ने जानकारी दी कि जल संसाधन विभाग ने वर्ष 2013-18 के लिए बनाए गए दृष्टिपत्र में 700 लघु सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 785 लघु सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण कर लक्ष्य से अधिक उपलब्धि प्राप्त की है। डॉ. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि प्रदेश में 10 हजार 928 करोड़ से अधिक राशि सिंचाई क्षेत्र के विस्तार पर व्यय की जायेगी। अनेक जिलों में लघु और मध्यम सिंचाई योजनाओं का जाल फैलाकर किसानों की समृद्धि की राह खोली जाएगी। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में 70 नवीन लघु सिंचाई योजनाओं को नए बजट में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिये 369 करोड़ रूपए और वाटर शेड विकास के लिये 285 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान है। किसानों की आय दुगुनी करने में सिंचाई साधनों के सहयोग से आसानी होगी। डॉ. मिश्र ने कहा कि प्रदेश में एक हजार से अधिक लघु सिंचाई योजनाएं पूर्ण कर 11 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता विकसित की गई है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पन्द्रह वर्ष पहले 7 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, जिसे बढ़ाकर 40 लाख हेक्टेयर कर लिया गया है। आगामी 2-3 वर्ष में यह 60 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता विकसित करने का लक्ष्य है। वर्ष 2025 तक सिंचाई क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं के लिए एक लाख 10 हजार 500 करोड़ रूपये की राशि का निवेश प्रस्तावित है।