इंदौर(ईन्यूज एमपी)- चर्चित रूपसिंह मेरिया हत्याकांड में सजा काटकर बाहर निकले गुंडे विशाल गावड़े की शनिवार शाम परदेशीपुरा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार दो बदमाशों ने बीच बाजार फायरिंग की और चार गोलियां गुंडे के शरीर में दाग दी। एक गोली कनपटी को चीरती हुई आरपार निकल गई। रूपसिंह की हत्या का बदला लेने के लिए यह हत्या की गई। एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने बताया एरोड्रम इलाके में रहने वाला गुंडा गावड़े हाल ही में आजीवन कारावास की सजा काटकर जेल से रिहा हुआ था। वह शाम 6.30 बजे बाइक (एमपी-09 क्यूएस-3128) से परदेशीपुरा पहुंचा। वह एमआईसी सदस्य राजेंद्र राठौर के घर के पास खड़ा था। दो लोग वहां बाइक से पहुंचे और पिस्टल निकालकर गावड़े पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। पुलिस घायल गावड़े को बॉम्बे अस्पताल ले गई। उसे आईसीयू में भर्ती किया लेकिन जान नहीं बच पाई। पुलिस को घटनास्थल पर गोलियों के चार खोल और गावड़े का एक मोबाइल व बाइक मिली। बाइक दीपक जीनवाल के नाम पर बताई जा रही है। मोबाइल के आधार पर विशाल के दोस्त को घटना की जानकारी दी। गावड़े का परिवार कहां रहता है उसकी जानकारी निकाली जा रही है। आजीवन कारावास की सजा काटकर आया था रूपसिंह हत्याकांड में गावड़े को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। तब से वह जेल में था। एक पखवाड़े पहले ही वह जेल से रिहा हुआ था। रूपसिंह की हत्या का बदला लेने के लिए उसे मारा है। जिस गली से हमलावर भागे वहां एक घर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस फुटेज जुटा रही है। सात साल के एक बच्चे ने पुलिस को बताया कि अंकल दो लोग आए थे। उन्होंने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। एक गोली चला रहा था और दूसरा उसके पास खड़ा था। गोली चलाने वाले ने मुंह से कपड़ा हटाकर गावड़े को चेहरा दिखाया। उसके बाद दोनों गली की ओर भाग गए। 2009 में भी हुआ था हमला तब बच गया गावड़े टीआई राजीव त्रिपाठी ने बताया कि गावड़े पर रूपसिंह की हत्या के अलावा तीन अन्य अपराध दर्ज हैं। वह हत्या की सजा काट रहा था तो 2009 में पैरोल पर छूटा था। जीवन की फैल में गावड़े व उसके एक दोस्त पर रूपसिंह के भानजे राजू ने हमला किया था। जिसमेें गावड़े बच गया और उसके दोस्त की मौत हो गई थी। दो गोली पेट, एक कान व एक कंधे में लगी मोहल्ले में रहने वाले एक युवक ने बताया कि हमलावर सफेद रंग की करिज्मा बाइक से भागे थे। उन्होंंने पूरा राउंड खाली कर दिया। हवा में भी गोली चली। वहीं, एक गोली गावड़े की कनपटी, दो पेट, एक कंधे व एक हाथ की उंगली को चीरती हुई निकल गई।