भोपाल (ईन्यूज एमपी)- 5 संतो को राज्यमंत्री का दर्जा मिलने पर इस पर राजनीति शुरु हो गई है वहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने इसे बीजेपी की चुनावी चाल बताया है। हैरान करने वाली बात यह है कि ये ही बाबा पहले नर्मदा घोटाला यात्रा निकालने वाले थे लेकिन मंत्री पद मिलते ही इनका भी सुर बदल गया है। संतों क राज्यमंत्री का दर्जा देने के मुद्दे पर जहां कांग्रेस बीजेपी पर हमला बोल रही है वहीं इस मामले में बीजेपी बचाव के मुद्रा में है। सरकार के मुखिया शिवराज सिंह भी इस फैसले को जनकल्याण से जोड़कर देख रहे हैं लेकिन ये बात आसानी से हजम नहीं हो रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नर्मदा संरक्षण के लिए बनाई विशेष समिति विवादों के घेरे में आ गई है। यही नहीं, सवाल यह भी है कि क्या बाबा सरकार को ब्लैकमेल कर रहे थे। कम्प्यूटर बाबा ने सभी सुविधाओं के साथ नर्मदा संरक्षण के लिए काम करने की बात कही है।