ग्वालियर(ईन्यूज एमपी)- प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जय भान पवैया ने डॉक्टरों को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कुछ डॉक्टरों की छवि बहुत अच्छी होती है लेकिन मरीज के ऑपरेशन टेबल पर जाते ही उनकी लालची प्रवृत्ति डॉक्टर पर हावी हो जाती है डॉक्टर ऑपरेशन टेबल पर मरीज को छोड़कर परिजनों को ब्लैकमेल करने लगता है ऐसे डॉक्टर कभी देश का भला नहीं कर सकते उन्होंने कहा कि डॉक्टरों में ब्लैकमेल की इस प्रवृत्ति पर रोक लगना चाहिए ।लेकिन पवैया के इस बयान को लेकर डॉक्टरों में आक्रोश है। उच्च शिक्षा मंत्री जेवन पवैया ने यह भी कहा कि जब उन्होंने सेमेस्टर प्रणाली को खत्म करने की बात कही तो वल्लभ भवन का कोई भी अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं था, लेकिन वह पश्चिम की इस सभ्यता को रोकना नहीं चाहते थे। हमारे पास व्याख्याताओं की कमी है लेकिन हम परीक्षार्थियों साल भर उलझाकर नहीं रखना चाहते सेमेस्टर प्रणाली के जनक सैम पित्रोदा थे जो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बहुत करीबी थे। लेकिन आज भी कुछ लोग देश में ऐसे हैं जो पश्चिमी देशों की नकल करते हैं। पवैया ग्वालियर के श्रीमंत माधवराव सिंधिया विज्ञान महाविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे इस कार्यक्रम में कॉलेज की छात्र संघ अध्यक्ष लीना शर्मा ने कहा कि अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों को देश के महापुरुषों इसका कम में इसका कम में कॉलेज की छात्र संघ अध्यक्ष लीना शर्माने कहा कि इसका कम में कॉलेज की छात्र संघ अध्यक्ष लीना शर्माने कहा कि अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर को जैसे महापुरुषों के नाम पर जाना जाए। इसका क्रम में कॉलेज की छात्र संघ अध्यक्ष लीना शर्मा ने कहा कि अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर को जैसे महापुरुषों के नाम पर जाना जाए जैसे ए से अब्दुल कलाम बी से बाबासाहेब आंबेडकर सी से छत्रपति शिवाजी महाराज इस पर पवैया ने कहा कि ये विभाग उनके पास नहीं है लेकिन वे मंत्री विजय शाह से इस बारे में जरूर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि आर से राम और जी से गणेश भी वर्णमाला में शामिल हो।