ग्वालियर(ईन्यूज एमपी)- प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की नीतियों के खिलाफ छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए छात्रों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और इस मामले में शहर के थाटीपुर और विश्वविद्यालय थानों में 14 नामजद छात्रों सहित कुल 164 छात्रों पर उपद्रव, जबरन रास्ता रोकना और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया इस मामले में 12 छात्रों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। जिन्हें बुधवार की दोपहर कोर्ट में पेश किया गया। सभी छात्रों को कोर्ट से जमानत मिल गई है, जबकि छात्रों के समर्थन में आए 13 कांग्रेसियों को भी गोला का मंदिर पुलिस ने शांति भंग करने पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पिछले 15 दिनों से छात्रों के कुछ समूह थाटीपुर दशहरा मैदान पर पीईबी (प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड) द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं का परिणाम नार्मलाइजेशन पद्धति पर घोषित करने का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे थे। मंगलवार शाम छात्रों ने पहले थाटीपुर फिर उसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया के बंगले को घेरने का प्रयास किया। रोकने पर छात्र आक्रोशित हुए और उपद्रव पर उतर आए। जिस पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने बिना किसी नेता के प्रदर्शन कर रहे छात्रों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। इस मामले में पुलिस ने थाटीपुर और विश्वविद्यालय थानों में अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। एफआईआर में 150 छात्र अज्ञात- थाटीपुर पुलिस ने उनके यहां से प्रदर्शन शुरू करने और उपद्रव का प्रयास करने वाले छात्रों हिमांचली, विश्ववीर, अजय कुमार, विशाल, विष्णु तोमर, भूपेन्द्र सिंह, अभिषेक, दीपक साहू, बलवीर सिंह, आकाश, टिंकू सेंगर, प्रफुल्ल, लोकेश, प्रदीप पर आईपीसी की धारा 147 (उपद्रव), 341 (जबरन रास्ता रोकना) व 188 (बिना अनुमति प्रदर्शन) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जबकि मंत्री पवैया का बंगला घेरने और प्रदर्शन कर उपद्रव करने पर विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने मंगलवार रात इन्हीं 14 छात्रों सहित कुल 164 छात्रों पर उपद्रव व शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। जिनमें से 150 छात्र अज्ञात बताए गए हैं। 14 नामजद छात्रों में से 12 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिर्फ विश्ववीर और अजय फरार हैं। सभी 12 लोगों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जमानत मिल गई है। 13 कांग्रेसी धारा 151 में भेजे जेल- जब पुलिस गिरफ्तार छात्रों को लेकर गोला का मंदिर थाने पहुंची तो कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व विधायक रामवरन सिंह गुर्जर, मुन्नालाल गोयल, दिनेश शर्मा, विकास सिंह, पुरुषोतम बनौरिया, कुलदीप सिंह, कुलदीप शर्मा, सुरेन्द्र सिंह, अरुण कर्माकर, रामनिवास अग्रवाल, निपृत सिंह व भारत सिंह यादव वहां पहुंच गए। इन्होंने नारेबाजी की और शांति भंग की। छात्रों के समर्थन में पहुंचे कांग्रेसियों ने करीब 2 घंटे से अधिक समय तक प्रदर्शन किया। जिस पर सभी 13 कांग्रेसियों को धारा 151 (शांति भंग) के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट ले जाया गया। जहां आरोपियों ने जमानत पेश नहीं की तो उन्हें जेल भेज दिया गया।