मुंबई ( ईन्यूज़ एमपी ) - रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर हजारों छात्रों ने आज सुबह मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवा को ठप कर दिया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है. रेल पटरियों पर छात्रों के बैठने से ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया और आम-जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है. सेंट्रल लाइन की 30 लोकल ट्रेन रद्द कर दी गई हैं. इससे महानगर में हाहाकार मच गया. सुबह ऑफिस जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. आंदोलन कर रहे छात्र रेल मंत्री पीयुष गोयल को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हुए हैं. रेलवे में नौकरी की मांग कर रहे सैकड़ों छात्रों ने माटुंगा और दादर स्टेशन के बीच सुबह रेल यातायात जाम कर दिया, जिससे लाखों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि छात्रों ने आज सुबह करीब सात बजे रेल पटरी को जाम कर दिया जिससे माटुंगा और सीएसएमटी के बीच उपनगरीय के साथ- साथ एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन भी प्रभावित हुआ. अधिकारी ने बताया कि माटुंगा और सीएसएमटी के बीच सभी चार लाइनें प्रभावित हैं. पुलिस और रेलवे अधिकारी छात्रों के साथ बातचीत कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा, पिछले चार साल से कोई भर्ती नहीं हुई है. हम एक जगह से दूसरी जगह लगातार संघर्ष कर रहे हैं. 10 से अधिक छात्र आत्महत्या कर चुके हैं. हम ऐसा होने नहीं दे सकते. अन्य छात्र ने कहा, हम यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक रेल मंत्री पीयूष गोयल हमसे आकर नहीं मिलते. डीआरएम (मुंबई डिविजन के मंडल रेल प्रबंधक) से किए हमारे सभी अनुरोध अनसुने रहे हैं. मध्य रेलवे के प्रमुख पीआरओ सुनील उदासी ने कहा, जीआरपी और आरपीएफ जवानों के साथ मिलकर मुंबई पुलिस छात्रों से बातचीत कर रही है और रेलवे की प्राथमिकता पटरी खाली कराना है. छात्र अपने हाथ में तख्तियां लेकरनारे लगाते हुए जीएम कोटा के तहत एक बार में निपटारा करने की मांग कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि वे सरकार से नौकरी की मांग कर रहे हैं. परीक्षा पास करने के बावजूद नहीं मिली नौकरी सुबह का समय होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ट्रेन के नहीं चलने की वजह से यात्री स्टेशन पर ही फंस गए हैं. छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में पास होने के बावजूद भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है. छात्रों ने बताया तीन साल पहले परीक्षा पास कर ट्रेनिंग लेने के बाद भी अभी तक रेलवे में नियुक्ति नहीं की गई है. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं. प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बातचीत की जा रही है. प्रशासनिक अधिकारियों की कोशिश है कि बातचीत के जरिए पहले छात्रों को मना लिया जाए ताकि रेलवे पटरी खाली हो सके, और मुंबई में जिंदगी की रफ्तार पर किसी तरह का असर ना हो. पुलिस प्रशासन की पहली कोशिश रेलवे ट्रैक को खाली कराने की है.