दिल्ली ( ईन्यूज़ एमपी ) - मोदी सरकार के लिये आज का दिन एक बड़ी अग्निपरीक्षा के रूप में साबित हो सकता है। वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी आज लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगी। इससे पहले शुक्रवार को सदन में दोनों पार्टियों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव अव्यवस्था की स्थिति के कारण लोकसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया था। इसलिए एक हुआ विपक्ष आंध्र प्रदेश में विपक्ष की भूमिका अदा कर रही वाईएसआर कांग्रेस का कहना है कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को विशेष राज्य का दर्जा न दिये जाने की वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है। चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली टीडीपी सरकार ने इसी मुद्दे को लेकर भाजपा से खुद को अलग करने का ऐलान किया था। अब दोनों पार्टियां एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की पूरी तैयारी कर चुकी हैं। उन्होंने अन्य विपक्षी दलों से भी इस मुद्दे पर समर्थन मांगा है। आपको बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिये कम से कम 50 सांसदों का समर्थन मिलना जरूरी है। विपक्ष ने किया पूर्ण समर्थन देने का ऐलान बीजेपी के विरोधी दलों ने इस प्रस्ताव पर दोनों पार्टियों को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया है। अगर हम बात करें बीजेपी की तो उसे बहुमत हासिल करने के लिये 270 सांसदों की जरूरत पड़ेगी। बीजेपी का कहना है कि वह यकीनी तौर पर बहुमत हासिल करने में कामयाब रहेगी। वर्तमान में बीजेपी के लोकसभा में 274 सांसद हैं।