भोपाल। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अब मुस्लिमों के दीन और दस्तूर बचाने के लिए मुहिम शुरू करेगा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को लगता है कि मौजूदा हालात में भारत की धर्म निरपेक्षता के ढांचे पर चोट पहुंची है और कुछ लोग मुस्लिमों के ईमान और उनके धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इसे रोकने के लिए मुहिम चलाएगा। मुहिम की रणनीति 17 अगस्त को भोपाल में होने वाली बैठक में बनेगी। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपने सभी सदस्यों को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि देश को एक खास धर्म का बनाने के लिए कुछ लोग पुरजोर ताकत लगा रहे हैं। यही नहीं सांप्रदायिक ताकतें 2020 तक मुसलमानों के खात्मे का भी ऐलान कर रही हैं। इसके लिए मुसलमानों को दहशतगर्द और देश के दुश्मन के तौर पर पेश किया जा रहा है। यह सब दो धर्मों के बीच नफरत पैदा करने के लिए किया जा रहा है। बोर्ड ने शक जाहिर किया है कि सरकार पर्सनल लाॅ बोर्ड को खत्म करने का प्रयास कर रही है, इसके लिए संविधान में संशोधन भी किया जा सकता है। बोर्ड का मानना है कि मुसलमानों के दीन और इमान को बचाने के लिए अब एक आंदोलन की आवश्यकता है। इस आंदोलन में मुसलमानों के अलावा देश के अन्य धर्मनिरपेक्ष लोगों को भी शामिल किया जाएगा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक 17 अगस्त को भोपाल में होने जा रही है, जिसमें 150 से ज्यादा काजी, मौलाना और इमाम बुलाए गए हैं। इसके साथ ही पर्सनल लॉ बोर्ड देश में इस्लाम के विद्वानों का डाटा बैंक भी तैयार कर रहा है। सौ.भा.