भोपाल (ईन्यूज एमपी)-नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया है कि बोरवेल और नलकूप को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन न करने के कारण आज प्रदेश का बच्चा असुरक्षित हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार एक अभियान चलाकर अगले पंद्रह दिन में सभी नलकूप और बोरवेल को स्थायी रूप से बंद करें। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह आज राज्य विधानसभा में शून्यकाल में देवास जिले की खातेगांव तहसील के ग्राम उमरिया में 4 वर्षीय बालक रोशन के बोरवेल में गिर जाने और 35 घंटों के बाद निकाले जाने की घटना को उठाया। श्री सिंह ने कहा कि इसके पूर्व सिंगरौली, देवास एवं मुरैना में भी इस तरह की घटनाएं घटित हो चुकी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2013 में खुले हुए बोरवेल एवं नलकूप में बच्चों की सुरक्षा के संबंध में गाइडलाईन बनाई थी और सभी राज्य सरकारों को भेजा था। लेकिन गाईडलाइन का मध्यप्रदेश सरकार ने पालन नहीं किया। यही कारण है कि बच्चों का जीवन खतरे में है। पिछली घटनाओं से भी राज्य सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा। श्री सिंह ने मांग की कि शासन इस तरह की घटनाओं पर स्थायी रूप से रोक लगाने के लिए 15 दिन में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाईन के अनुसार अभियान चलाकर सभी खुले पड़े बोरवेल और नलकूप को बंद करे ताकि इनमें बच्चों के गिरने की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और वे सुरक्षित रहें। साथ ही आगे भी गाइडलाईन का पालन हो यह भी सुनिश्चित करें।