विदिशा(ईन्यूज एमपी)- आमतौर पर हम सभी देखते हैं कि विवाह में तमाम रस्मों को पूरा करने के पश्चात दूल्हा दुल्हन को विदा किया जाता है लेकिन ग्यारसपुर जनपद पंचायत प्रांगण में आयोजित विवाह समारोह में दूल्हा दुल्हन को लेकर विवाह से पहले ही रफूचक्कर हो गया बता दें कि आयोजन शासकीय योजना का था जिसमें दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर रफूचक्कर हो गया मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह सम्मेलन में 4 जोड़ों का विवाह हो रहा था जिनमें से एक जोड़ा ऐसा भी था जो कि पिछले वर्ष कन्यादान योजना कब लाभ ले चुका था इसकी जानकारी जनपद पंचायत को लगी तो हड़कंप मच गया आनन फानन में शादी को रोका गया दूल्हे को जानकारी लगते हैं दूल्हा दुल्हन को मोटरसाइकिल पर बिठाकर रफूचक्कर हो गया मुख्यमंत्री कन्यादान योजना बनी मजाक प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले विदिशा में उन्हीं की योजनाओं को पलीता लगाने का एक और नया मामला उजागर हुआ है जिसमें जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वकांक्षी कन्यादान योजना का मजाक बनता दिखा बता दें कि जनपद पंचायत ग्यारसपुर द्वारा सोमवार 12 मार्च को मुख्यमंत्री विवाह सहायता योजना का आयोजन किया गया था दंपत्ति को पहले भी मिल चुका है कन्यादान योजना का लाभ जनपद पंचायत ग्यारसपुर की ग्राम लखंगार गांव की रहने वाली कमलाबाई (परिवर्तित नाम) का विवाह मुख्यमंत्री योजना अंतर्गत 1 वर्ष पूर्व सन 2016 में हुआ था जिसके बाद कमलाबाई का पति की मृत्यु के पश्चात कमलाबाई ने अपने देवर रामकृष्ण से मंदिर में विवाह रचा लिया था इसके बाद ग्यारसपुर में सोमवार 12 मार्च को जनपद पंचायत द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री विवाह योजना में शामिल हो गया प्रचार प्रसार की कमी के कारण सम्मेलन बना मजाक इस संबंध में जब क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से बात की गई तो उनका कहना था कि प्रचार प्रसार के कमी के कारण 71 पंचायतों में से मात्र 4 विवाह योग्य जोड़े ही जनपद पंचायत आयोजित मुख्यमंत्री विवाह सहायता योजना में आए जबकि यदि नियमानुसार प्रचार प्रसार जनपद पंचायत द्वारा कराया गया होता तो कम से कम 50 जोड़ें इस आयोजन में सम्मिलित होते इनका कहना मामले में जब जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के के ओझा से बात की गई तो उन्होंने इसका ठीकरा सरपंचों के ऊपर छोड़ते हुए कहा कि सरपंचों को मात्र ग्राम पंचायतों में सीसी निर्माण में ही दिलचस्पी है विवाह समारोह जैसे सामाजिक कार्यों से सरपंचों का मोहभंग है क्या जिम्मेदारों पर होगी कार्यवाही इस संबंध में जो जनपद पंचायत कार्यालय से हमने जानकारी चाहिए क्या इस जोड़े को समारोह में सम्मिलित करने वाले पंचायत के अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी तो जनपद पंचायत सीईओ किटी बुझाने संबंधित पंचायत का बचाव करते हुए कहा कि इसमें पंचायत की किसी भी प्रकार से कोई गलती नहीं है बता दें कि सूत्रों से जब हमने कन्यादान योजना की प्रक्रिया को समझा तो हमें बताया गया किस सर्वप्रथम विवाह हेतु इच्छुक जोड़े को अपना आवेदन पंचायत पंचायत में जाना है जिसके बाद पंचायत अपनी कार्यवाही पूर्ण करने के पश्चात आवेदन को भाग्य भेजती है अब सवाल यह उठता है कि क्या जनपद पंचायत ग्यारसपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संबंधित पंचायत पर कार्यवाही करेंगे या इस मामले को यही रफा-दफा कर दिया जाएगा यह देखना दिलचस्प शुरू होगा