बैतूल ( ईन्यूज़ एमपी ) - आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं ने सोमवार धरना स्थल से रैली निकालकर अपने आंचल से सड़क को झाड़कर अनूठा प्रदर्शन किया। रैली धरना स्थल से शिवाजी चौक, लल्ली चौक होते हुए वापस धरना स्थल पर पहुंची। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी पीढ़ा व्यक्त की। संगठन की जिलाध्यक्ष किरण कालभोर ने बताया कि पिछले पांच दिनों से हमारे द्वारा धरना आंदोलन कर सरकार तक हमारी विभिन्न मांगे पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन शासन हमारी ओर अनदेखी करते हुए हमारी मांगो को अनसुना कर रही है। उन्होंने बताया कि शासन जब तक हमारी मांगो की पूर्ति नही करेगा तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारी प्रमुख मांगो में ग्रामीण शहरी आशा कार्यकर्ता को प्रतिमाह न्यूनतम वेतन 15 हजार रूपए दिया जाए। वहीं आशा सहयोगी को प्रतिमाह न्यूनतम मानदेय 18 हजार रूपए दिया जाए, आशा सहयोगी को दैनिक यात्रा भत्ता न्यूनतम 100 रूपए दिया जाए, आशा एवं सहयोगी को स्वास्थ्य विभाग का अंग घोषित किया जाए, एएनएम के पद पर योग्यता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए आदि मांगे शामिल है। सोमवार रैली में प्रमुख रूप से सीमा काकोडिय़ा, चंदा सोनी, लता पठाड़े, प्रमिला सलामे, कल्पना मोरले, सोमती,गायत्री पंवार, संगीता नायर, रेखा यादव, शकुन्तला, ममता, अनिता, रिंकी मर्सकोले, कविता मालवीय, माया पाटिल, रिता बिसंद्रे, रेखा माकोड़े, श्यामती धुर्वे, सुशीला खातरकर, पंचकुला भूमरकर, गीता वाईकर, आशा वर्मा, प्रभा नागले, सुनीता सूर्यवंशी, पुष्पा भिकोंडे सहित सैकड़ों आशा, ऊषा सहयोगी कार्यकर्ताएं शामिल थी।