देवास ( ईन्यूज़ एमपी ) - खातेगांव के ग्राम उमरिया स्थित खेत के 8 इंच गोलाई के खुले बोरवेल में शनिवार सुबह चार वर्षीय बालक रोशन खेलते समय गिर गया था। बच्चेे को बचाने के लिए अभियान कई स्तखरों पर चलाया गया। करीब 35 घंटे की मशक्क त के बाद 37 फीट गहरे बोरवेल में गिरे इस बालक को निकाल लिया गया। बच्चे को डाॅक्टेरों की निगरानी में खातेगांव अस्पकताल । जहां से भोपाल रेफर कर दिया। हवलदार अवतार सिंह ने बालक को निकाला।विधायक आशीष शर्मा का संकल्प मां नर्मदा और दादा जी ने किया पूरा सुरक्षित निकला।रोशन हजारों लोगों की दुआएं काम आई।भीम सिंह देवड़ा एवं रेखाबाई देवड़ा की मन्नत हुई पूरी। बालक रोशन सुरक्षित बाहर रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रस्सी बांधकर सेना के जवानों ने बाहर निकाला ।खातेगांव नगर के इतिहास में पहली घटना 30 फीट नीचे गहरे गड्ढे में गिरा मासूम रोशन सुरक्षित बाहर निकलते ही मौके पर उपस्थित हजारों लोग नर्मदा माई के जय कारे भारत माता की जय किसान नारा गूंज मान कर रहे थे। हजारों लोगों की खुशियां उत्साह का माहौल देखने को मिला। हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर विधायक आशीष शर्मा को अपने कंधो पर उठा लिया और एक दूसरे को बधाई दी। जिला कलेक्टर आशीष सिंह,एसपी अंशुमानसिंह खातेगांव कन्नौद अनुविभागीय अधिकारी जीवन सिंह रजक,एसडीओपी शेर सिंह भूरिया, खातेगांव थाना प्रभारी तहजीब काजी की टीम एवं भारतीय सेना के जांबाज जवानों का साहस एक बार फिर खातेगांव नगर में दिखाई दी। विधायक पंडित आशीष शर्मा ने मां नर्मदा के मिर्जापुर घाट पर पदयात्रा करते हुए हजारों समर्थक साथियों के साथ जो पिछले 36 घंटे से रोशन की खुशहाली की कामना कर रहे थे दुआ मना रहे थे।रोशन को रात 10 बजे निकाला गया।उसे भोपाल रेफर किया है। दो बार ईश्वर की कृपा से बचा है मासूम रोशन रोशन की माँ रेखा बाई ने बताया कि रोशन इस घटना से पहले भी दो बार ईश्वर की कृपा से बच चुका है। करीब एक डेढ़ बर्ष पहले रोशन घर मे खटिया पर सोया था तभी अचानक आग लग गई थी जिसमे पूरी खटिया जल गई थी पर रोशन पूरी तरह बच गया था। इसके बाद शनिवार को भी बोरवेल में गिरने से पहले भी ग्राम कंजीपुरा में घर के सामने ही निजी बस की चपेट में आने से बच गया था इसी कारण रोशन को उसके माता पिता ने मजदूरी करने जाते समय साथ ले गए थे। इस तरह बोर में गिरा मासूम रोशन बोर में गिरा बच्चा कांजीपुरा निवासी रोशन पिता भीमसिंह कोरकू है। रोशन की मां रेखा ने बताया कि वह शनिवार सुबह अपने तीन बच्चे नैतिक, रोशन और चेतन को लेकर उमरिया आई थी। यहां वह बच्चों को पेड़ के नीचे खेलने का कहकर खेत पर काम करने लगी। जिस खेत में वह काम कर रही थी, हीरालाल का खेत भी उससे लगा हुआ है। बच्चे खेलते हुए हीरालाल के खेत में मौजूद बोरिंग के पास पहुंच गए। बोरिंग सूखा और खुला हुआ था।करीब साढ़े 11 बजे खेलते-खेलते रोशन बोरिंग में जा गिरा। बोरिंग में बच्चे के गिरते ही दोनों भाई चिल्लाते हुए मां के पास पहुंचे थे। इसके बाद मां और अन्य लोग बोरिंग के पास पहुंचे और बच्चे को देखने की कोशिश करने लगे। कुछ लोगों ने तत्काल खातेगांव पुलिस को सूचना दी थी। सूचना के बाद विधायक आशीष शर्मा, कन्नौद एसडीओपी शेरसिंह भूरिया, कन्नौद तहसीलदार कुलदीप पाराशर, खातेगांव सीएमओ प्रभुलाल पाटीदार, जनपद सीईओ मनीषा चतुर्वेदी सहित खातेगांव और नेमावर पुलिस बल मौके पर पहुंचा थे।