विदिशा ( ईन्यूज़ एमपी ) - कलेक्टर अनिल सुचारी ने आज ग्रामीण विकास कार्यो की समीक्षा जिपं के सभागार में की। उक्त बैठक में जिपं सीईओ दीपक आर्य समेत समस्त जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं परियोजना अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर अनिल सुचारी ने कहा कि गांव के विकास कार्यों में ग्रामीण विकास विभाग की महती भूमिका है। खासकर पंचायतों के सचिव इस बात का विशेष ध्यान दें कि सुपात्र योजना का लाभ लेने से वंचित नही हो। गांवो में समय पर स्कूल, आंगनबाडी खुले और इनके द्वारा दी जाने वाली सेवाएं समय पर मिले। इसी प्रकार के निर्देश पेंशन वितरण के संबंध में दिए। कलेक्टर सुचारी ने कहा कि गांवो में हितग्राहियों द्वारा शौचालयों का निर्माण कराया गया है वे उसका उपयोग सतत करें कि जागरूकता हितग्राहियो में आए। इसके लिए प्रयास एवं नवाचार स्थानीय स्तर पर किए जाए। जिन हितग्राहियों को आवास निर्माण हेतु आवासीय पट्टे प्रदाय किए गए है उन सबके आवास समय सीमा मेंं बने इसके लिए विभागीय अमले की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनपदों के सीईओ स्वंय भ्रमण करें और ग्राम स्तरीय अमले के कार्यो का जायजा लें। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है। अतः योजनाओं एवं कार्यक्रमों में अब तक वित्त पोषण हितग्राहियों को नही हुआ है। उन मामलो में सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा कराया जाए। जिपं सीईओ आर्य ने अधीनस्थ अमले को हिदायत देते हुए कहा कि किसी योजना के लक्ष्य पूर्ति में जिला पिछडे़ नहीं, खासकर ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से क्रियान्वयन कार्यक्रमों में। उन्होंने कहा कि रात्रि चौपालों का आयोजन कर ग्रामीणों की मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी प्राप्त कर उनकी पूर्ति कराई जाए। समीक्षा बैठक में जनपदवार सम्पादित विकास कार्यो, योजनाओं एवं कार्यक्रमों की अद्यतन प्रगति की जानकारियां प्रस्तुत की गई।