नरसिंहपुर ( ईन्यूज़ एमपी ) - कलेक्टर अभय वर्मा ने कहा है कि लोगों को जिला चिकित्सालय में मूलभूत स्वास्थ्य सुविधायें समय पर आसानी से मिलें। इलाज के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले लोगों को आवश्यक उपचार, पर्याप्त दवाईयां, पीने के पानी, बैठने की व्यवस्था, छाया, साफ-सुथरा परिवेश आदि उपलब्ध हो, इसके लिए समुचित प्रबंध किये जावें। जरूरतमंदों की सुविधा की दृष्टि से जिला चिकित्सालय का कायाकल्प करना शासन की प्राथमिकता है। जिला चिकित्सालय के कायाकल्प अभियान एवं यहां की व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन के उद्देश्य से आयोजित बैठक में श्री वर्मा चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और अधिकारियों को शासकीय जिला चिकित्सालय के प्रशिक्षण केन्द्र में संबोधित कर रहे थे। कलेक्टर ने कहा कि सभी संबंधित विभाग जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को बेहतर से और बेहतर बनाने के लिए मिल-जुलकर कार्य करें। हमारा नैतिक दायित्व है कि हम जिला चिकित्सालय में समुचित उपचार की आशा से आने वाले मरीजों, गरीब व्यक्तियों की अपेक्षाओं को पूरा करें। बैठक में कायाकल्प अभियान के प्रभारी अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आरपी अहिरवार एवं अपर कलेक्टर जे समीर लकरा, एसडीएम राजेन्द्र राय, सिविल सर्जन डॉ. विजय मिश्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया, जिला परिवहन अधिकारी जितेन्द्र शर्मा, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी एपीएस निरंजन, अस्पताल प्रबंधक, विद्युत वितरण कम्पनी, लोक निर्माण विभाग, पीआईयू और संबंधित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिला चिकित्सालय में डॉक्टर एवं नर्स समय पर उपस्थित रहें। डॉक्टर ओपीडी में निर्धारित समय सुबह 8 बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम 5 बजे से 6 बजे तक अनिवार्य रूप से मौजूद रहें, इसके लिए रोस्टर बना लें। अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को असुविधा नहीं होनी चाहिये। जिला चिकित्सालय की साफ-सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। प्रतिदिन होने वाली साफ-सफाई के अलावा जिला चिकित्सालय के सम्पूर्ण परिसर की अच्छी तरह से साफ-सफाई सप्ताह में एक बार नगर पालिका द्वारा करवाई जावे। श्री वर्मा ने जिला चिकित्सालय की समुचित साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, मरीजों एवं उनके परिजनों के बैठने, शुद्ध पेयजल के लिए अस्पताल में आरओ सिस्टम सहित तीन वाटर कूलर लगवाने, पर्याप्त दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सिविल सर्जन को निर्देशित किया। अस्पताल परिसर के अंदर प्रायवेट एम्बुलेंस, वाहन, टैक्सी आदि खड़े नहीं रहें, इसके लिए कलेक्टर ने आरटीओ एवं सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने शव परीक्षण (पोस्टमार्टम) भवन के रेनोवेशन के लिए लोक निर्माण विभाग को आवश्यक निर्देश दिये। जिला चिकित्सालय की पानी की टंकियों की नियमित साफ-सफाई के लिए निर्देशित किया गया। जिला चिकित्सालय परिसर में सुलभ शौचालय के निर्माण के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश मुख्य नगर पालिका अधिकारी को दिये गये। जिला चिकित्सालय में विभिन्न साईन बोर्ड व्यवस्थित ढंग से लगवाने के लिए सिविल सर्जन से कहा गया। जिला चिकित्सालय के आसपास की गुमठियां हटवाने के लिए एसडीएम एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देशित किया गया। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय में उपयुक्त स्थल पर केन्टीन का सुव्यवस्थित संचालन किया जाये। अस्पताल भवन की पुताई की जावे। कमियों को दूर करें, व्यवस्थाओं को बेहतर बनायें, निर्माणाधीन कार्य समय सीमा में पूर्ण करें, मरम्मत के आवश्यक कार्य करायें और सुरक्षा गार्ड मुस्तैदी से कार्य करें।