सन्दीप अग्रवाल(ईन्यूज एमपी)हरदा--हरदा जिले की रहटगाँव तहसील अंतर्गत बोरपानी, दीदमदा,रातामाटी, कायदा आदि ग्रामों मंगलवार को वर्फबारी के साथ भारी बारिश से फसलो को हुआ भारी नुकसान। प्रकृति की मार से सिहर उठा किसान। प्रशासन फसल क्षति का आकलन सही तरीके से करवाए तब ही गरीब आदिवासी किसान को सही मुआवजा मिल पायेगा चूंकि किसान बहुत परेशान है ,न खेतो में कुछ बचा है न घर मे खाने के दाने बचे न अन्य कोई रोजगार है।एकमात्र फसल पर निर्भर आदिवासी किसान अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है।वैसे मुख्यमंत्री ने मदद की ,सर्वे की घोषणा कर दी है लेकिन स्थानीय प्रशासनिक अमला कब तक कागजी कार्यवाही पूर्ण करेगा ओर कब मदद मिलेगी ये आने वाला अनिश्चित वक्त ही बताएगा। प्रभावित फसलों का सर्वे कार्य चल रहा है,शीघ्र ही रिपोर्ट वरिष्ठ कार्यालय को सौंप दी जाएगी यह बातें तो अधिकारी कर ही रहे है,लेकिन मौसम के बार बार बदलने से चिंता की लकीरें किसानों के चेहरे पर साफ दिखाई पड़ रही है। क्या बार बार करना पड़ेगा सर्वे एक बार त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रशासनिक,राजस्व अमला गांव गांव खेतो में पहुंच रहा है,वर्तमान क्षति के आधार पर मूल्यांकन रिपोर्ट बन रही है उसी आधार पर किसान को क्षति राशि मिलेगी किंतु बदलते मौसम ने पुनः करवट बदल ली तब क्या पुनः सर्वे होगा ,उसका मूल्यांकन कैसे होगा ये सोंच सोंच किसान की आंखों की नींद उड़ी जा रही है।