सुनील कुमार माहौर- श्योपुर(ईन्यूज़ एमपी)-रामेश्वर के त्रिवेणी संगम में महात्मा गांधी की अस्थियों के विसर्जन दिवस पर आज 12 फरवरी सोमवार को श्रद्घांजली सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई तथा बापू के प्रिय भजनों का गायन किया गया। यह जानकारी देते हुए सुप्रसिद्घ गांधीवादी एवं पूर्व विधायक सत्यभानु चौहान ने बताया कि ३० जनवरी १९४८ को नाथूराम गोडसे की गोली का शिकार हुए पूज्य महात्मा गांधी की अस्थियों का विसर्जन जिन पावन स्थलों पर हुआ था रामेश्वर का त्रिवेणी संगम भी उनमें से एक था यह बात गांधी के अस्थि कलश विसर्जन की तिथि के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में कही। इसी क्रम में आज सोमवार को नगर के गांधीवादी, सर्वोदयी विचारक, महात्मा गांधी सेवाश्रम के कार्यकर्ता रामेश्वर धाम पहुंचे जहां श्रद्धांजली सभा का आयोजन रखा गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम उपस्थितजनों ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात आदित्य चौहान, जयसिंह जादौन, आलोक चौहान, स्वराज भूषण तथा कैलाश पाराशर ने सर्वधर्म प्रार्थना का गायन किया। इस अवसर पर भीमसेन शर्मा,पूर्व नपा उपाध्यक्ष हबीब मोहम्मद कुरैशी, शैलेन्द्र पाराशर, गिर्राज किशोर शर्मा लक्ष्मी शिवहरे, रामचरण नागर, अनवर बालापुरी, मोहनालाल गौड, अशोक त्यागी सरपंच, लक्ष्मीनारायण रावत सौंई, केएन पाराशर, रामशंकर धीरोली सहित बडी संख्या में गांधीवादी नेता व विचारक मौजूद थे। कैलाश पाराशर ने एकादश व्रत प्रस्तुत किया। अंत में दो मिनट का मौन रख राष्ट्रपिता को श्रृद्घांजली अर्पित की गई। गांधी सिद्धांतों के अनुयायियों का किया सम्मान बापू स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में गांधी विचार मंच एवं महात्मा गांधी सेवा आश्रम के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम में प्रतिवर्ष समाज में उत्कृष्ट एवं उदाहरण प्रस्तुत करने वाली हस्तियों का सम्मान भी किया जाता है उसी क्रम में इस बार सर्वधर्म स्थल बनाकर चर्चाओं में आए बिजली कम्पनी के महाप्रबंधक आरपी बिसारिया का सम्मान इस मंच से किया गया जिन्होंने सभी धर्मों को जोडने वाली नीति की प्रेरणा प्रस्तुत की वहीं अहिंसात्मक रूप से किसानों की पानी की समस्या को लेकर ३५ गांव के किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाले किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश मीणा का भी सम्मान किया गया। सर्वधर्म स्थल के लिए दिया दान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि प्रत्येक धर्मस्थल लोगों में समरसता का भाव और आपस में जोडने की नीति के तहत बनाया जाना चाहिए इसी पहल को आगे बढाने वाली बात को लेकर महाप्रबंधक आरपी बिसारिया को गांधी विचार मंच के द्वारा नगद राशि एवं सोभागमल खण्डेलवाल के द्वारा भी आर्थिक सहयोग किया गया। अगले वर्ष आऐंगे राज्यपाल एवं गांधी जी के पडपोते प्रतिवर्ष आयोजित किये जाने वाले इस कार्यक्रम में जहां प्रतिवर्ष आकर्षण का केन्द्र देश की महान हस्ती रहती हैं उसी क्रम में इस बार भी प्रयास किये गये लेकिन कोई ना कोई कारण से यहां बाहर से अतिथि नहीं आ सका लेकिन अगल वर्ष के लिए मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं गांधी जी की पडपोते तुषार गांधी के आने की स्वीकृति प्राप्त हुई है जो आगामी कार्यक्रम की शोभा बढायेंगे।