सुनील कुमार माहौर(ईन्यूज एमपी)श्योपुर - विजयपुर तहसील के अगरा गांव में गुस्र्वार को हुई आदिवासी समाज सुधार समिति की दूसरी बैठक में एक युवती को समाज से बहिष्कृत कर दिया, क्योंकि युवती बिना शादी किए दूसरी जाति के डिप्टी रेंजर के घर में रह रही थी। इसके अलावा दूसरी जाति के युवक ने आदिवासी गांव में रहकर आदिवासी युवती को घर में रख लिया। आदिवासी पंचों ने इस युवक को गांव से बाहर निकाल दिया है। गौरतलब है कि आदिवासी समाज ने समाज सुधार नाम से एक समिति गठित की है। इस समिति ने दूसरी जाति में आदिवासी युवतियों की शादी को अपराध माना है। ऐसी युवतियों को गांव-गांव में बैठक कर समाज से बाहर किया जा रहा है। पहली बैठक 28 जनवरी को सलापुरा में हुई, जहां एक युवती को समाज से बाहर किया गया और तीन युवतियों के पिता पर 5 से 12 हजार रुपए तक का जुर्माना किया। इस समिति की दूसरी बैठक गुरुवार को अगरा में हुई। इस बैठक में रामकुमार आदिवासी की बेटी का प्रकरण सामने आया। रामकुमार आदिवासी की बेटी वन विभाग के डिप्टी रेंजर जो दूसरी जाति का है, उसके साथ रह रही है। समाज सुधार समिति के पंचों ने रामकुमार आदिवासी की बेटी को समाज से बहिष्कृत कर दिया। इसी बैठक में एक मामला बर्रेड गांव का आया, जहां मुन्ना रावत नाम का युवक आदिवासी बस्ती में रहने लगा और अपने घर में आदिवासी युवती को रख लिया। बैठक में मुन्ना रावत को गांव से बाहर करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद मुन्ना रावत को चेतावनी दे दी गई कि वह स्वेच्छा से आदिवासी गांव को छोड़कर चला जाए नहीं तो जबरन उसे गांव से बाहर कर दिया जाएगा। समाज सुधार समिति की अगली बैठक पारोंद गांव में रखी गई है।