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गुंडो पर कार्रवाई : मकान बचाने के लिए महिलाओं ने खुद पर उंडेला केरोसिन

इंदौर, (ईन्यूज एमपी)-गुंडों की अवैध संपत्ति के खिलाफ कार्रवाई के लिए नगर निगम ने भारी पुलिस बल के साथ मंगलवार को उनके मकानों पर धावा बोला। एक गुंडे के परिवार की महिलाओं ने कार्रवाई से बचने के लिए खुद पर केरोसिन डाल लिया, वहीं बच्चों ने मकान से पत्थर बरसाए। अंततः कार्रवाई को अंजाम देते हुए चार गुंडों के चार मकान ध्वस्त कर दिए गए।
अपर आयुक्त देवेंद्रसिंह, उपायुक्त महेंद्रसिंह चौहान के साथ निगम की रिमूवल गैंग सबसे पहले कुख्यात गैंगस्टर सतीश भाऊ का डेढ़ हजार वर्गफीट पर बना आलीशान बंगला तोड़ने स्कीम नंबर 74 (सेक्टर-सी) पहुंची। निगम अधिकारियों के मुताबिक कार्रवाई से पहले उसे मकान खाली करने का नोटिस दिया जा चुका था। परिवार वालों ने अफसरों से बहस करते हुए कहा कि वे नोटिस का जवाब दे चुके हैं। मकान सतीश की मालिकी का नहीं है, लेकिन इनकी एक नहीं सुनी गई। पुलिस की मदद से परिजनों को निकाला दिया।

19 कैमरे लगे थे

मकान के अंदर पहुंची टीम यह जानकर हैरान रह गई कि वहां चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे। अंदर और बाहर कुल 19 कैमरे लगे मिले। कार्रवाई से पहले क्षेत्र की बिजली लाइन बंद करवाई गई। फिर घर का सारा सामान बाहर निकाला गया। मकान के आसपास के सभी रास्ते पुलिस ने बंद करवा दिए। मकान से सटा प्री-नर्सरी स्कूल और उसी गली में बनी सभी दुकानें भी बंद करवाई गईं। दो पोकलेन मशीन के जरिए दो घंटे में मकान ध्वस्त कर दिया गया।

पुलिस की लिस्ट से गायब था नाम

स्कीम 74 में कार्रवाई कर अमला खजराना थाना क्षेत्र में एमआर-10 से लगे वैभव लक्ष्मीनगर स्थित गुंडे महेश उर्फ डिम्पी के यहां पहुंचा। छह महीने पहले ही निगम ने यह मकान तोड़ा था, लेकिन गुंडे ने उसे फिर खड़ा कर तीन मंजिला बना लिया था। खास बात यह थी कि थाने से निगम भेजी गई लिस्ट में इस गुंडे का नाम शामिल नहीं था। सूचना के बाद निगम अधिकारियों ने डिम्पी का नाम लिस्ट में शामिल किया।

घसीटकर निकाला बाहर

डिम्पी के मकान तक पहुंचने के लिए दल को खासी मशक्कत करना पड़ी। परिवार वालों ने टीम का रास्ता रोकने के लिए कॉलोनी की अंदरूनी संकरी सड़कों पर बांस-बल्लियां और पत्थर लगा दिए थे। टीम मकान तक पहुंची तो पास के मकान में मौजूद महिलाओं ने विरोध किया और खुद पर केरोसिन डाल लिया। निगम की महिला बाउंसरों और पुलिस ने उन्हें घसीटते हुए बाहर निकाला। वहीं पुलिस ने पुरुषों पर लाठियां फटकारी। महिलाओं को गुत्थमगुत्था देख पास के मकान की छत पर खड़े बच्चों ने पुलिस पर पत्थर और गमले फेंके। पुलिस छत पर पहुंची तो बच्चों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। बाद में दरवाजा तोड़कर उन्हें निकाला और समाझाइश दी गई। थोड़ी देर में महिलाओं को भी छोड़ दिया गया। निर्माणाधीन तीन मंजिला यह मकान पौन घंटे में ध्वस्त कर दिया गया।

नहीं चला गुंडे की दादी का बहाना

दल ने शाम ढलने से पहले खजराना क्षेत्र के दो और गुंडों की संपत्तियों पर कार्रवाई की। हिना पैलेस कॉलोनी में आरिफ उर्फ उज्जैनी के यहां पहुंचे अफसरों से आरिफ की दादी शकीना बी ने कहा कि मकान से आरिफ का लेना-देना नहीं है। यह उनकी मालिकी का है। वह यहां रहता भी नहीं है। हालांकि इस दलील को नहीं मानते हुए निगम ने मकान गिरा दिया। गौहर नगर में राजा उर्फ अशफाक के मकान को भी तोड़ा गया। निगम अधिकारियों को फरार अहमद नामक व्यक्ति ने लिखकर दिया था कि मकान उसका है राजा को किराए पर दिया गया था।

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