भोपाल, (ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस युवा एवं ऊर्जावान चेहरों पर दांव लगाएगी। पार्टी ने जिस तरह गुजरात चुनाव में नए चेहरे और युवाओं को मौका दिया, वही फार्मूला मप्र में भी अपनाया जाएगा। पार्टी के उम्रदराज और चार-पांच बार टिकट ले चुके नेताओं की भूमिका बदली जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने गुरुवार को दिनभर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने पार्टी की युवा, महिला विंग के अलावा प्रवक्ताओं से भी अलग-अलग चर्चा की। कांग्रेस ने मप्र में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए गुजरात की तर्ज पर अपनी रणनीति बनाई है। जिस तरह गुजरात में पार्टी ने अलगअलग समाज और वर्गों को रिझाने के लिए कार्यक्रम बनाए थे, वही प्रयोग मप्र में भी दोहराया जाएगा। चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए नए व ऊर्जावान युवाओं को ज्यादा टिकट दिए जाएंगे। मूल्यांकन के बाद ही विधायकों के टिकट का फैसला विधायकों की बैठक में विधानसभा बजट सत्र को लेकर विभिन्न मुद्दों पर विचार किया गया। विधानसभा में सरकार घेरने के निर्देश दिए गए। विधायकों को कहा कि उनके कार्य का मूल्यांकन हो रहा है। चुनाव में यही परफार्मेंस टिकट का आधार बनेगा। कुछ विधायकों ने कहा कि पार्टी को चेहरा दीजिए। बैठक में विधायकों को बताया कि किसानों की दुर्दशा, बेरोजगारी, महिलाओं पर अत्याचार और अन्य स्थानीय मुद्दों की तैयारी करें। विधायकों से प्रश्न और ध्यानाकर्षण आदि के माध्यम से इन मुद्दों पर सरकार को घेरने को कहा गया। बाबरिया ने एक बार फिर विधायकों को अपने काम पर ध्यान देने को कहा है। बैठक में कहा गया कि मौजूदा विधायक इस बात से निश्चिंत न रहें कि उन्हें टिकट मिलेगा ही। सभी का मूल्यांकन अलग-अलग स्तर पर किया जा रहा है। मूल्यांकन के बाद ही विधायकों के टिकट का फैसला होगा।