इंदौर (ईन्यूज एमपी )- सात साल की बच्ची इंसाफ के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। पौने दो महीने पहले उसकी मां की हत्या उसके पिता और बुआ के लड़कों ने मिलकर की थी। लेकिन पुलिस ने सिर्फ पिता को हत्यारा मानकर गिरफ्तार किया था। उसने सीएम हेल्पलाइन, डीआईजी ऑफिस और थाने पर शिकायत की, लेकिन अन्य दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। मल्हारगंज पुलिस के मुताबिक, मल्हार पल्टन इलाके में 8 दिसंबर की सुबह मोहम्मद रफीक ने अपनी पत्नी मेहजबी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसे रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने अपनी बेटी तमन्ना (7) और बेटे अल्तमस (4) के सामने पत्नी की हत्यी की थी। गुरुवार को दोनों बच्चों के साथ युवती के परिजन डीआईजी से मिलने पहुंचे थे। तमन्ना ने बताया कि उसकी मां की हत्या में कई लोग शामिल थे। उसने बताया कि घटना के वक्त बुआ के लड़के बिलाल ने मां (मेहजबी) के दोनों पैर पकड़ रखे थे। बिलाल के छोटे भाई रईम ने दोनों हाथों को पकड़ा हुआ था। वहीं बड़े पिता रईश, भय्यू और खलील दरवाजे पर खड़े होकर घटना देख रहे थे। मेहजबी के मामा महबूब ने बताया कि भांजी की शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज के लिए परेशान कर रहे थे। शराब पीकर अकसर पति और जेठ मारपीट करते थे। घटना के 15 दिन पहले ही पति-पत्नी का महिला थाने में समझौता हुआ था। जिसके बाद भांजी ससुराल आई थी। महबूब ने जांच अधिकारी पर दो लाख रुपए रिश्वत लेकर अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। एएसपी रूपेश द्विवेदी के मुताबिक, बच्ची के बयान फिर से लिए जाएंगे। अगर आरोपी के परिवार के सदस्यों की भूमिका सामने आएगी तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मामले की फिर से जांच कराएंगे। किसी पुलिस अधिकारी ने अगर रिश्वत ली है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।