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जीआरएमसी के 27 छात्र सस्पेंड, जुर्माना, स्पोर्ट्स ऑफिसर को नोटिस

ग्वालियर(ईन्यूज एमपी )-जयारोग्य अस्पताल के खेल परिसर में वार्षिक उत्सव के तहत आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में पेट्रोल बम फेंकने एवं लाठी सरियों से हमला करने के मामले में गजराराजा मेडिकल कॉलेज काउंसिल ने 27 मेडिकल स्टूडेंट को सस्पेंड करने व 1 लाख 85 हजार जुर्माना लगाने के आदेश दिए हैं। ये निर्णय कॉलेज की अनुशासन समिति की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। साथ ही स्पोर्ट्स ऑफिसर को नोटिस एवं सिक्युरिटी एजेंसी पर अधिकतम जुर्माना लगाए जाने का निर्णय भी लिया गया है।

गजराराजा मेडिकल कॉलेज काउंसिल की बैठक सोमवार को आयोजित हुई, जिसमें अनुशासन समिति की रिपोर्ट को रखा गया था। कमेटी ने क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान हुए हंगामे का मुख्य कारण 2016 बैच के मेडिकल छात्र आशीष द्विवेदी को माना था। कॉलेज काउंसिल ने आशीष द्विवेदी को एक साल के लिए सस्पेंड करने एवं 25 हजार जुर्माना अदा करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना में शामिल विपिन द्विवेदी, अभिषेक मित्तल, विकास सेठ, आशीष सिकरवार, सौरभ गुर्जर एवं हर्ष चौहान को 6 माह के लिए सस्पेंड करने एवं 10-10 हजार जुर्माना चुकाने के आदेश दिए गए हैं।

एक माह के लिए सस्पेंड

गजराराजा मेडिकल कॉलेज काउंसिल ने हंगामे के मुख्य सूत्रधार एवं साथ देने वाले छात्रों के साथ ही उन मेडिकल छात्रों पर भी कार्रवाई की है, जो हंगामा करने वालों के साथ मौजूद थे। इसमें 2017 बैच के विकास गुर्जर, आकर्ष जैन, सुरजीत राजपूत, चेतन असवाल, शिवम पाटीदार, कृष्णा जाट, 2016 बैच के शुभम मौरे, आशीष श्रीवास्तव, सुयष भारद्वाज, सत्यम असाटे, शिवांश साहू, शिवेश पांडे, 2015 बैच के ललित सौरत, रविन्द्र धाकड़, हेमंद लोधी, विश्वजीत रघुवंशी, दीपक कनेरिया, आनंद लोधी, राजेन्द्र चौधरी एवं 2014 बैच के रूपेश चौहान के खिलाफ एक-एक माह के लिए सस्पेंड करने एवं 5-5 हजार जुर्माना अदा करने का निर्णय लिया है।

क्या है मामला

गजराराजा मेडिकल कॉलेज में वार्षिक उत्सव के तहत 27 दिसंबर को क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। जिसमें एक लड़की पर कमेंट करने को लेकर दो मेडिकल छात्रों में विवाद हुआ। शाम को 2016 बैच का आशीष अपने साथियों के साथ जेएएच खेल परिसर में पहुंचा और पेट्रोल बम फेंकने के साथ ही लाठी सरियों से हमला कर दिया। पेट्रोल बम से टेंट भी जल गया था। घटना के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने थाने में करीब 25 से 30 छात्रों के नाम सौंपे थे।

ऐसे चला घटनाक्रम

-27 दिसंबर को दोपहर 2 बजे एक लड़की पर कमेंट करने को लेकर दो मेडिकल स्टूडेंट में विवाद।

-शाम 7 बजे खेल परिसर में आशीष द्विवेदी ने अपने साथियों के साथ पहुंचकर हंगामा किया।

-रात 11 बजे जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन कंपू थाने आवेदन देने पहुंची।

-28 दिसंबर को कॉलेज काउंसिल ने तीन साल के लिए वार्षिकोत्सव पर प्रतिबंध लगाया।

-29 दिसंबर को 8 मेडिकल छात्रों को 6-6 माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया।

गेंहू के साथ पिसा घुन

29 दिसंबर को कॉलेज काउंसिल ने जिन 8 छात्रों को सस्पेंड किया था, उसमें आशीष द्विवेदी 2016 बैच, विपिन द्विवेदी 2015 बैच, अभिषेक मित्तल 2016 बैच, विकास सेठ 2015 बैच, आशीष सिकरवार 2015 बैच, दीपेन्द्र दुबे 2014 बैच, सौरभ गुर्जर 2015 बैच, हर्ष चौहान 2015 बैच शामिल थे। इनमें से 7 छात्रों को तो अनुशासन समिति ने भी दोषी माना है। जबकि दीपेन्द्र दुबे को जांच में निर्दोष पाया गया है। ऐसे में दीपेन्द्र को इस हंगामे के कारण बेमतलब में एक माह का सस्पेंशन झेलना पड़ा है।

इन पर भी गिरी गाज

-अनुशासन समिति की रिपोर्ट के मुताबिक जब क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहे थे तो उस समय स्पोर्ट्स ऑफिसर प्रदीप सारस्वत क्यों मौजूद नहीं थे। इसी वजह से उनको नोटिस जारी किया गया है।

-कमेटी ने इस मामले में हाइट्स सिक्युरिटी एजेंसी को भी लापरवाही के लिए दोषी माना है। क्योंकि जब 40 छात्रों की भीड़ लाठी सरिए लेकर दाखिल हुई तो रोका क्यों नहीं गया। इसलिए सिक्युरिटी एजेंसी पर अधिकतम जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जुर्माने की राशि करीब 50 हजार तक होने की खबर है।

अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

जीआर मेडिकल कॉलेज में मारपीट की कई घटनाएं पहले भी हुई हैं। जूडा के चुनाव के दौरान तो फायरिंग तक हो गई थी। कॉलेज में चर्चाएं हैं कि एक साथ इतने छात्रों को कभी सस्पेंड या जुर्माना नहीं लगाया गया है। इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।

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