ग्वालियर ( ईन्यूज़ एमपी ) - शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में संभागीय अधिकारी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पाए जाने पर संभागीय अधिकारी को ही दोषी माना जायेगा। संभाग के सभी जिलों में योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी रूप से हो, इसकी निरंतर मॉनीटरिंग संभागीय अधिकारी करें। यह निर्देश संभागीय आयुक्त बीएम शर्मा ने प्रति सप्ताह योजनाओं की समीक्षा के लिये आयोजित होने वाली बैठक में दिए। वहीं बैठक में अनुपस्थित रहे अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त कर संभागायुक्त ने सभी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में समीक्षा के दौरान संभागायुक्त ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में दूध का वितरण हो, यह सुनिश्चित किया जाए। संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग, संभाग के सभी जिलों में आंगनबाड़ी केन्द्रों में बधाों को दूध उपलब्ध हो, इसकी विस्तृत समीक्षा कर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिए कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बधाों को दूध उपलब्ध हो। योजनाओं के क्रियान्वयन में संभाग के किसी भी जिले में अगर कोई अधिकारी-कर्मचारी लापरवाही बरतता है तो संभागीय अधिकारी अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करे। लापरवाही बरतने वाले किसी भी कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा। कमिश्नर ने कहा कि बैठक में अनुपस्थित रहे विभागीय अधिकारियों की बैठक 18 जनवरी को शाम 6 बजे संभागीय आयुक्त कार्यालय में दोबारा आयोजित की जायेगी। इस बैठक में उनके विभाग से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की जायेगी। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्मार्ट सिटी महिप तेजस्वी, संयुक्त अपर आयुक्त बीएल जाटव, उपायुक्त विनोद भार्गव सहित संभाग स्तरीय विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। इन्हें हुए नोटिस जारी.... फूड कंट्रोलर,माफी अधिकारी ,सीएमएचओ एसएस जादौन,अधीक्षक जेएस सिकरवार,अपर संचालक हैल्थ,अपर संचालक हाईस्कूल,अकाउण्ट ऑफीसर मेडीकल कॉलेज मेला सचिव शैलेंद्र मिश्रा।