सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- भारत सरकार एवं सूचना एवम प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय द्वारा सीधी जिले के विजयपुर ग्राम में विश्व मृदा दिवस मनाया गया| सीधी इकाई प्रभारी हिमांशु सोनी द्वारा ग्रामीणों को बताया की पृथ्वी पर एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन मिट्टी है जो प्रत्यक्ष रुप से वनस्पतियों और धरती पर मानव जाति तथा पशुओं को अप्रत्यक्ष रुप से सहायता करती है। ये पृथ्वी पर हर जगह उपलब्ध बहुत जटिल तत्व है। उपजाऊ मिट्टी वो मिट्टी है जो फसलों को बढ़ने में मदद करती है। इंसान होने के नातेए हमें अपनी भूमी को सुरक्षित और सभी अशुद्धियों से दूर रखने की जरुरत है। हालांकिए अत्यधिक तकनीकी उन्नति के कारण ये मुमकिन नहीं है। रसायनिक खादोंए कीटनाशक दवाइयाँए औद्योगिक कचरों आदि के इस्तेमाल के द्वारा छोड़े गये जहरीले तत्वों के माध्यम से मिट्टी प्रदूषित हो रही है जो बुरी तरह से भूमि की उर्वरता को भी प्रभावित कर रहा है। रसायनों के माध्यम से मिट्टी में अवांछनीय बाहरी तत्वों के भारी सघनता की उपलब्धता के कारण मृदा प्रदूषण मिट्टी के पोषकता को कमजोर कर रहा है। मनुष्यों और प्राकृतिक प्रक्रियाओं के विभिन्न कार्यों के द्वारा कम गुणवत्ता की मृदा प्रदूषित मिट्टी है जो फसल उत्पादन के लिये मिट्टी को अयोग्य बना देता है। बढ़ती मानव जनसंख्या और इंसानी जीवन में उन्नति बड़े स्तर पर मृदा प्रदूषण का कारण है। अत्यधिक मृदा अपरदनए जंगलों को जलानाए फसल उत्पादन में सुधार के लिये रसायनिक खादों का प्रयोगए कीटनाशक ;कीटनाशक दवाइयाँ और तृणनाशकद्धए कीटो के उपर नियंत्रण करने के लिये बॉयोसाइड ;मैलेथियॉनए डीण्डीण्टीए डिल्ड्रिनए एनड्रिनए एल्ड्रिनए लिनडेनद्धए शहरी और औद्योगिक कचराए निक्षालनए वनोन्मूलनए सूखाए अशोधित औद्योगिक जल सिंचाईए जल संलेखनए अत्यधिक सिंचाई आदि मृदा प्रदूषण का मुख्य कारण है। ये देश के शहरी औऱ ग्रामीण क्षेत्रों में दिनों.दिन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इकाई प्रभारी द्वारा प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे साइल हेल्थ कार्ड योजना के भी बारे में जानकारी दी इस योजना सभी किसानों को जो अपने खेत की मिटटी की जाँच करवाना चाहता है उन्हें अपने खेत की मिटटी को परिक्षण के लिए भेजने परमृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाता है।इसमृदा स्वास्थ्य कार्ड में उनके खेत की मिटटी की पूरी जानकारी लिखी होती है जैसे उसमें कितनी.कितनी मात्रा किन.किन चीजों की है और कौन सा फ़सल करने के लिए कितना.कितना कौन.कौन सा खाद किसानों को अपने खेतों में उपयोग करना होगा। एवम किसानो को फसल चक्र अपनाने व् इसके फायदों के बारे में समझायाद्य