मंदसौर(ईन्यूज़ एमपी)- स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पहली बार सरकारी हाई स्कूलों और हॉयर सेकेण्डरी स्कूलों में प्रतिभा-पर्व का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिभा पर्व 6 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के मध्य मनाया जाएगा। इस दौरान कलेक्टर द्वारा नियुक्त निरीक्षणकर्ता अधिकारी उन्हें आवंटित विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। विद्यालयों में शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों में गुणात्मक सुधार के लिये यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा हाथ मे लिया गया है। अभी तक प्रतिभा-पर्व केवल सरकारी प्राथमिकता एवं माध्यमिक शालाओं में होता रहा है। हाई और हॉयर सेकेण्डरी स्कूलों में प्रतिभा पर्व के माध्यम से अपेक्षित गुणात्मक सुधार लाने के लिये विद्यालय के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी। राज्य में 8500 से अधिक हाई और हॉयर सेकेण्डरी स्कूल है। पिछले महीने से लागू किये गये मॉनीटरिंग सिस्टम पर शिक्षण संस्था द्वारा मूल्यांकन की जानकारी पोर्टल पर दर्ज की जा रही है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आर.एम.एस.ए.) पर पोर्टल mpsdc-gov-in@rmsa तैयार किया गया है। इस पर शैक्षणिक गतिविधियों की ग्रेडिंग के लिये हरमाह की 5 तारीख तक स्कूलों को जानकारी देना अनिवार्य किया गया है। जो संस्थायें जानकारी नहीं भरेंगी, उन्हें डी ग्रेड में रखा जाएगा। विद्यालयों में उपलब्ध संसाधन एवं उसके उपयोग को सीखना, सिखाना और उसका आंकलन, शिक्षकों का गुणवत्ता प्रदर्शन एंव उन्नयन, समुदाय की सहभागिता, विद्यालयों को उपलब्ध आवंटन एवं शाला निधि का उपयोग जैसे बिन्दुओं के आधार पर संस्था की ग्रेडिंग की जाएगी। सबसे अधिक 45 अंक विद्यार्थियों की प्रगति उपलब्धि एवं विकास के होंगे। जो सरकारी स्कूल 81 अथवा उससे अधिक अंक प्राप्त करेंगे, उन्हें ए ग्रेड, 66-80 अंक प्राप्त करने वाले बी ग्रेड, 51-65 अंक प्राप्त करने वाले को सी और 50 से कम अंक प्राप्त करने वाली शालायें डी ग्रेड में शामिल होंगी। शालाओं के सम्पूर्ण ग्रेडिंग के आधार पर जिलों का कार्य मूल्यांकन किया जाएगा। जिलों की ग्रेडिंग में शालाओं के मूल्यांकन एवं उनकी ग्रेडिंग महत्वपूर्ण होगी। ए एवं बी ग्रेड वाली शालाओं की संख्या के आधार पर जिलों को 30 प्रतिशत का लाभ दिया जाएगा।