सीहोर(ईन्यूज़ एमपी)- बारिश की मार के चलते किसानों का सोना कहे जाने वाली सोयाबीन की फसल अब पीतल बन गई है। बारिश के चलते खेत मे कटी पड़ी फसल भी अब सड़ने लगी है। सोयाबीन के दाने अंकुरित होने लगे है और किसान अपनी उजड़ी किस्मत को नम आँखों से देख रहे हैं। खेरी , बोरदीकलां, नीलबड़ , दिवड़िया गांवों के सैकड़ों किसान इछावर तहसील कार्यालय पहुंचे, जहा उन्होंने एसडीएम मेहताब सिंह को अपनी आप बीती सुनाते हुए एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन मे ग्रामीणों ने कहा है कि उनकी फ़सल पूरी तरह नष्ट हो गई है। किसानों ने सर्वे कराने की मांग करते हुए उन्हें आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की। जानकारी के अनुसार इछावर तहसील के करीब लगभग 80 से अधिक गांवों मे सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है। फसल कट कर खेतों मे पड़ी हुई है और पिछले एक सप्ताह से बारिश का दौर लगातार जारी है। करीब 45 हजार हैक्टेयर भूमि मे सोयाबीन की बुवाई की गई थी। और सोयाबीन ही इस इलाके मे खरीफ की मुख्य फसल है एवं इसी के उत्पादन पर ही क्षेत्र के अन्य व्यवसाय आधारित हैं।