भोपाल.बिना कारण के स्कूल-कॉलेज के पास घूमते या खड़े मिलने वालों की अब खैर नहीं। ऐसे लोगों के खिलाफ मप्र की मैत्री महिला पुलिस फोर्स कार्रवाई करेगी। यह महिला पुलिस शहर में स्कूल-कॉलेज के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी नजर रखेगी। यह पहल एक निजी ऑटो मोबाइल कंपनी के सहयोग से मप्र पुलिस ने मंगलवार से शुरू कर दी।तीन घंटे देरी से पहुंचे गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने हरी झंडी दिखाकर 80 स्कूटर को एक साथ रवाना किया। टीम ने पुलिस मुख्यालय से निकलकर राजभवन होते हुए पीएचक्यू में रैली संपन्न की। कंपनी ने पुलिस मुख्यालय को 80 स्कूटर सौंपी हैं। इसमें से 30 भोपाल को मिली हैं, जबकि इंदौर को 20 और ग्वालियर व जबलपुर को 15-15 वाहन दिए गए हैं। कंपनी ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी के तहत मध्यप्रदेश पुलिस को यह वाहन सौंपे हैं। इन्हें मैत्री नाम दिया गया है। एसआई रैंक के अधिकारी करेंगे टीम को लीड पुलिस मुख्यालय ने यह सभी वाहन एसपी को दिए हैं। यह सीएसपी या फिर पुलिस लाइन में रखे जाएंगे। तीन-तीन के ग्रुप में यह गाड़ियां शहर में गश्त के लिए उपयोग की जाएंगी। एसआई रैंक के अधिकारी टीम को लीड करेंगे। स्कूटर महिला पुलिस कर्मचारी ही चलाएगी, लेकिन महिला बल की कमी होने की स्थित में पुरुष कर्मचारी को भी शामिल किया जाएगा, लेकिन वे स्कूटर नहीं चलाएंगे। ये छेड़छाड़ के लिए बदनाम, संवेदनशीन और असुरक्षित स्थानों पर गश्त करेंगे। स्कूटर में सायरन के अलावा फ्लैश लाइट और पुलिस के लिए अावश्यक अन्य सुविधाएं दी गई हैं।