सतना (ईन्यूज़ एमपी)मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रामायणम सर्किट के तहत चित्रकूट के महत्वपूर्ण धार्मिक आध्यात्मिक और पर्यटन महत्व के स्थलो के सौन्दर्यीकरण और जनसुविधाओ के विकास के दृष्टिगत चित्रकूट के अनुसुईया आश्रम और गुप्त गोदावरी का भी स्थल भ्रमण किया तथा वहां प्रस्तावित विकास के कार्यो का स्थल निरीक्षण कर साधु संत और स्थानीय रहवासियो से चर्चा की। इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद गणेश सिंह, कमिश्नर एस.के.पाल, आई.जी. अंशुमान यादव, कलेक्टर नरेश पाल, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुसुईया आश्रम पहुंचकर अत्रिमुनि मंदिर और अनुसुईया प्राचीन मंदिर मे दर्शन पूजा अर्चना की। उन्होंने परमहंस आश्रम अनुसुईया मंदिर के सामने मंदाकिनी नदी के घाटो का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने मंदाकिनी नदी मे पर्वत से मिलने वाले प्राकृतिक जल स्त्रोत भी देखे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदाकिनी नदी के किनारे के सभी प्राकृतिक जल स्त्रोतो का टीम बनाकर सर्वे कराया जायेगा और उन्हे अविरल बनाने की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुप्त गोदावरी के स्थल निरीक्षण के दौरान कहा कि सुरम्य और रमणीक स्थान मे सौन्दर्यीकरण और पार्किग की सुव्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने गुप्त गोदावरी के दोनो सीढी मार्गो पर शेड बनाकर कव्हर करने स्वच्छता के कार्य कराने तथा डस्टबिन रखाने के निर्देश भी दिये। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चित्रकूट के 84 कोष की परिक्रमा के मार्ग मे पडने वाले सभी आध्यात्मिक श्रद्धा और ऐतिहासिक महत्व के स्थलो मे इस तरह सुविधाये विकसित की जायेगी कि उनके मूलस्वरूप मे कोई छेड़छाड़ नही हो तथा लोगो को भी कोई परेशानी नही हो। हनुमान धारा वनदेवी जानकीकुण्ड स्फटिकशिला राघवघाट गुप्त गोदावरी सती अनुसुईयां सहित चित्रकूट के इन स्थलो के अलावा सरभंगा सुतीक्षण आश्रम और अष्टभुजी मंदिर का भी अधिकारियो के साथ स्थल निरीक्षण किया गया है। इन स्थलो को सुविधा की दृष्टि से महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप मे भी उभारने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वनदेवी में डेसेल्टर का निर्माण सहित जनसुविधाये जानकीकुण्ड मे महिला श्रद्धालूओ के लिये चेंजिंग रूम पुल की तरफ से रास्ते की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा मे शौचालय की व्यवस्था पार्किंग प्रवेश द्वारा शिलालेख स्तनपान कार्नर आदि बनाये जायेगें। चित्रकूट मे लाईट एण्ड शो के निर्माण का फैसला भी लिया गया है। चित्रकूट के महत्व को दिखाने ओपन थियेटर का भी निर्माण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि तुलसीकृत रामायण की शिक्षायें और कथाओ के बारे मे एक सिरे से दूसरे सिरे तक चौपाईयो के माध्यम से जानकारी दी जाये ऐसा स्थान भी बनाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट मे होने वाला रामायणम इस वर्ष से फिर से प्रारंभ किया जायेगा।