बड़वानी (ईन्यूज़ एमपी) राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के अपर संचालक ओ.एल. मण्डलोई ने बड़वानी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) बड़वानी का अवलोकन कर छात्र-अध्यापकों से संवाद किया। उन्होने छात्र एवं अध्यापकों से पूछा कि शिक्षा क्या है? छात्र एवं अध्यापकों ने इसके उत्तर में कहा कि शिक्षा सीखने-सिखाने की प्रक्रिया है शिक्षा अनुभवो से व्यवहार में परिवर्तन लाने की प्रक्रिया है शिक्षा औपचारिक एवं अनौपचारिक दोनो प्रकार से प्राप्त होती है। मण्डलोई ने सभी उत्तरों को समाहित करते हुए प्रतिपादित किया कि शिक्षा बालक की आंतरिक शक्तियों को विकसित कर उसका सर्वांगीण विकास करने वाली प्रक्रिया है। छात्र अध्यापक भावी शिक्षक है और डाइट की शिक्षकों के व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है। श्री मण्डलोई ने स्वामी विवेकानन्द एवं अरविन्द के शिक्षा दर्शन का संदर्भ देते हुए कहा कि मानव जीवन ध्येयपूर्ण होना चाहिए। शिक्षा हमारे जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाती है। बालक को समाजोपयोगी योग्य नागरिक के रुप में विकसित करना शिक्षा के द्वारा ही संभव है। अतः छात्र अध्यापकों को विभिन्न शिक्षण पद्धतियों में पारंगत होना चाहिए। आपने डाइट में अध्ययनरत छात्र अध्यापकों से शिक्षण अनुभव इण्टर्नशिप व्यवस्था के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। अपर संचालक द्वारा प्रदेश में कक्षा 3, 5 एवं 8 में होने जा रहे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे एन.ए.एस. के संदर्भ में की जा रही तैयारी की समीक्षा की एवं इस संबंध में डाइट बड़वानी के प्राचार्य एवं संबंधित स्टॉफ को आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया।