मुरैना(ईन्यूज़ एमपी)- शासन की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्त मैदानी अधिकारी कर्मचारी नियमित समय पर अपने कार्य की जवाबदेही समझे, नाकारा एवं लापरवाह कर्मचारी अनुपस्थित पाये गए या कार्य के प्रति रूचि न लेने वाले अधिकारियो के विरूद्ध शख्त कार्यवाही होगी। यह निर्देश कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने आज मुरैना जिले के विकासखंड कैलारस मुख्यालय एवं ग्राम पंचायत पचेखा का निरीक्षण करते समय अधिकारियो को दिए। इस अवसर पर कैलारस जनपद में उपयंत्रियों द्वारा टूर प्रोग्राम उपलब्ध न कराने पर 5 उपयंत्रियों का 3-3 दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उनके साथ एसडीएम सबलगढ एमएल मालवीय, तहसीलदार सर्वेश यादव एवं एपीओ एन के गुप्ता उपस्थित थे। कलेक्टर श्री लाक्षाकार ने सर्वप्रथम कैलारस जनपद का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान उपयंत्रीयो की टूर प्रोग्राम की पंजियां मांगी गई जिसमें एक भी उपयंत्री टूर प्रोग्राम उपलब्ध नही करापाये जिस पर कलेक्टर ने आर एस नरवरिया, राजेन्द्र गुप्ता, बी के शर्मा, अरविंद कुमार और बी.के निखरा का 3-3 दिवस का वेतन काटने के निर्देश संबंधित अधिकारियो को दिए। उन्होने देखा कि ग्राम पंचायतों में विकास कार्य अवरूद्ध किस पंचायत में है। देखने में पाया कि ग्राम पंचायत पचेखा में विकास कार्य नही हुए है। कलेक्टर सीधे ग्राम पंचायत पचेखा पहुंचे जहां पंचायत भवन पर ताला लगा हुआ पाया गया। ग्रामीणो से पूछने परपाया कि सरपंच व सचिव ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नही रहते है और कहा कि सरपंच का आपसी विवाद है वह कैलारस में निवास करता है। इस पर कलेक्टर ने तत्काल सरपंच का प्रभार उप सरपंच रजक व सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर ग्राम पंचायत सचिव का प्रभार संबंधित पीसीओ को देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होने प्रा.विद्यालय पचेखा का निरीक्षण किया जहां पर विद्यालय की छत टपक रही थी और किचिन शेड में विद्यालय का सामान भरा हुआ था। कलेक्टर ने सीईओ जनपद/ उपयंत्री को निर्देश दिए कि विद्यालय के छत की मरम्मत एवं किचिन शेड को खाली कर साफ सुथरा बनाया जाए। इसके साथ ही उन्होने शिक्षा के स्तर को परखा बच्चों से शिक्षा संबंधी सवाल भी पूछे। इस अवसर पर उन्होने ग्राम पंचायत में शनिवार को विकलांग शिविर लगाने के भी निर्देश दिये।