भोपाल (ईन्यूज़ एमपी): सरकार अब सिर्फ योजनाएं नहीं, अफसरों की किस्मत भी डिजाइन करने जा रही है! जी ...हां .. मध्यप्रदेश की मोहन सरकार ने कलेक्टरों की परफॉर्मेंस कुंडली बनाने का फैसला किया है — और वो भी 400 से ज्यादा पैमानों के आधार पर! यानी अब सिर्फ आदेश चलाने से नहीं चलेगा, हर फाइल, हर फॉलोअप और हर फीडबैक पर सरकार की निगाह होगी। MPSEDC को यह जिम्मा सौंपा गया है कि वह सभी विभागों से डेटा जुटाकर हर कलेक्टर की कार्यशैली पर मासिक रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके लिए ऑनलाइन डेटा कलेक्शन शुरू हो चुका है और अगले दो महीने में परफॉर्मेंस के पक्के पैरामीटर तय कर लिए जाएंगे। विंध्यरीजन के नौ कलेक्टर भी इसी पैरामीटर से नापे जायेंगे कौन कितना कारगर है ..? ये रिपोर्ट तय करेगी कि कौन कलेक्टर बनेगा मुख्यमंत्री का चहेता, और कौन फाइलों के नीचे दबेगा चुपचाप! सरकार अब काम के कलेक्टर और नाम के कलेक्टर में फर्क साफ करने पर आमादा है।